तनवीर
धैर्य व विवेक से काम लें युवा-आक,र्षराज
हरिद्वार, 28 सितम्बर। स्वामी नारायण सेवा मिशन के संस्थापक विश्वास सक्सेना व अध्यक्ष अर्चना सक्सेना ने दिल्ली से पधारे प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य आकर्षराज के आगमन पर संस्था द्वारा स्मृति चिन्ह देकर व फूलमालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान ज्योतिषाचार्य आकर्षराज ने कहा कि आज के परिवेश में ज्योतिष विद्या देश ही नहीं विदेशों में भी अपनायी जा रही है। अपनी जिज्ञासाओं को लेकर समाज भ्रम की स्थिति में रहता है।
ऐसे में विवेक व बुद्धि से आम जनमानस को कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही कोरोना काल समाप्त होगा। युवाओं को अपने विवेक व क्षमता पर विश्वास करना चाहिए। धैर्य बनाए रखें स्थिति जल्द ही सामान्य होने वाली है। आकर्ष राज ने कहा कि जीवन में कई तरह के उतार चढ़ाव आते हैं दृढ़ता से उनका सामना करने की आवश्यकता है। ज्योतिष विद्या पौराणिक काल से भारतवर्ष में अपनायी जाती है।
आज के परिवेश में भी ज्योतिष विद्या अपनी पूरी पकड़ बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लोग फोन के माध्यम से अपनी समस्याओं के निदान के फोन करते हैं। राजनैतिक व प्रशासनिक लोग भी ज्योतिष विद्या से अपने जीवन के उतार चढ़ाव को जानने के लिए इच्छुक रहते हैं। उन्होंन कहा कि आडंबर से बचना चाहिए। ज्योतिष विद्या की आड़ में कई लोग भ्रम की स्थिति फैला देते हैं। ऐसे लोगों से सचेत रहना चाहिए।
स्वामी नारायण सेवा मिशन के संस्थापक विश्वास सक्सेना ने आकर्षराज की ज्योतिषा विद्या पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आकर्षराज ज्योतिष विद्या में पारंगत हैं। उनके द्वारा राममंदिर निर्माण एवं राजस्थान सरकार में उथल पुथल की भी घोषणा की गयी थी। उन्होंने बताया कि आकर्षराज को कनाडा, आयरलैंड की संस्थाओ द्वारा भी सम्मानित किया गया है। इस अवसर पर कुलदीप मेहंदीरत्ता, श्वेता, निशा, राजेश वर्मा, राजेश, अदिती आदि ने भी आकर्षराज का स्वागत किया।