तनवीर
हरिद्वार, 16 अक्टूबर। ईद मिलादुन्नबी के जुलुस के दौरान घड़ी वाले पीर पर हुई दुघर्टना में एक्कड़ कला के रहने वाले खुर्शीद की घोड़ी करंट लगने से मौत हो गयी थी। अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी के पदाधिकारियों ने मानवता का संदेश देते हुए घोड़े चालक को 70 हजार की रकम देकर घोड़ी दिलायी है। क्योंकि खुर्शीद का रोजी रोटी का एक मात्र साधन घोड़ी ही थी।
सोसायटी के सदर हाजी शफी खान व हाजी जमशेद खान ने कहा कि खुर्शीद विवाह समारोह, जुलुस व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों में घुड़सवारी के माध्यम से ही अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा था। करंट लगने से घोड़ी की मौत हो गयी थी। उन्होंने कहा कि खुर्शीद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जिन कारणों से सोसायटी के पदाधिकारियों द्वारा पैस एकत्र कर खुर्शीद को 70 हजार की नयी घोड़ी दिलाकर रोजगार का साधन सौपा। उन्होंने कहा कि गरीब असहाय निर्धन परिवारों की मदद करने से मन को प्रसन्नता मिलती है।
मानव सेवा में सभी को अपना योगदान देना चाहिए। पार्षद इसरार अहमद व शहाबुद्दीन अंसारी ने कहा कि सोसायटी लगातार आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की मदद करने में अपना योगदान देती चली आ रही है। सोसायटी के माध्यम से जनसेवा के कार्य भी किए जा रहे हैं। हाजी रफी खान व नसीम सलमानी ने सोसायटी के पदाधिकारियों की जनसेवाा की तारीफ करते हुए कहा कि गरीब असहाय निर्धन परिवारों का उत्थान जरूरी है। गरीब मिसकीनों की मदद के लिए सभी को हाथ आगे बढ़ाना चाहिए।
मदद करने वालों में रफी खान, जुल्फुखार अंसारी, गुलबहार अहमद खां, शहनवाज अब्बासी, शोकीन अब्बासी, मुस्तफा झोझा, अब्दुल रब सुनार, हाजी युनुस, इदरीस मंसूरी, पप्पन कुरेशी, सोनू सलमानी, अनीश पीरजी, सोहेल कबाड़ी, साजन सुनार, मोसीन खान, शादाब कबाड़ी, नवाब अंसारी, आफताब अंसारी, हाजी मीरहसन, हाजी शकील अंसारी, इरशाद मंसूरी, जावेद, नौशाद शेख, बाबू, मुकर्रम आदि शामिल रहे। सोसायटी के सभी सदस्यों का घोड़ी स्वामी खुर्शीद ने आभार जताया।