तनवीर
रुड़की। कलियर क्षेत्र में माँ-बेटी के साथ हुई गैंगरेप की घटना को अंजाम देने वाले 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए है। पूछताछ के बाद पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों का चालान कर उन्हें कोर्ट में पेश किया।घटना मेे प्रयुक्त कार व बाईक भी पुलिस ने बरामद कर ली।
सिविल लाइन कोतवाली रुड़की में गैंगरेप की घटना का खुलासा करते हुए डीआईजी/एसएसपी हरिद्वार डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने पत्रकारों को बताया कि 25 जून को पीड़िता ने रुड़की कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि अज्ञात लोगों द्वारा उसका व उसकी नाबालिग बेटी का गैंगरेप किया गया है। जिस पर पुलिस ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।
घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीम का गठन किया, जिसकी जांच में सोनू नामक व्यक्ति का नाम सामने आया था। सोनू बाइक पर बिठा कर उन्हें कलियर के रास्ते ले गया। जहां उसने दुष्कर्म किया।इसके बाद वहां ऑल्टो कार सवार 4 युवक आ धमके और उन्होंने महिला व उसकी नाबालिग बेटी को जबरदस्ती कार में डाल लिया तथा कोर कॉलेज से बाईपास हाइवे की और जाकर चारों आरोपियों ने दोनों माँ-बेटी के साथ गैंगरेप किया।
जब महिला ने चींखना चिल्लाना शुरू किया, तो आसपास के लोगों ने पुलिस को 100 नंबर पर सूचना दी। जहां आरोपी दोनो को गंभीर अवस्था में छोड़कर फरार हो गये।मौके पर पहुँची पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से माँ-बेटी को अस्पताल भिजवाया। बाद में पुलिस टीम ने सीसीटीवी कैमरे की छानबीन शुरू की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बुधवार 29 जून को सोनू नामक युवक को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम महक सिंह उर्फ सोनू पुत्र सरजीत सिंह निवासी इमलीखेड़ा कलियर बताया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने एक महिला व उसके साथ बच्ची को कलियर छोड़ने की बात कहकर महिला से सुनसान जगह पर शारीरिक संबंध बनाए थे। तभी वहां ऑल्टो कार नंबर UP 12R – 5646 जिस पर किसान यूनियन का झंडा लगा हुआ था, रुकी ओर उसमें से 4 लोग बाहर आये और उन्होंने महिला व उसकी बच्ची को ऑल्टो कार में जबरदस्ती बैठा लिया और कही ले गए। जाँच में मालूम हुआ कि उक्त कार राजीव उर्फ विक्की तोमर पुत्र ब्रह्मपाल (46) निवासी ग्राम बेलड़ा थाना भोपा मुजफ्फरनगर के नाम पर पंजीकृत है।
जिसमें उसके साथ सुबोध पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी उपरोक्त भी शामिल था, दोनों को गिरफ्तार कर गहनता से पूछताछ की गई, तो उन्होंने बताया कि उनके साथ सोनू तेजियान पुत्र यशपाल सिंह (32) व जगदीश पुत्र स्व. फूल सिंह (34) निवासीगण साल्हापुर थाना देवबंद सहारनपुर भी घटना में शामिल है। जिसके बाद पुलिस टीम ने उक्त आरोपियों को भी धर दबोचा।आपको बता दे कि इस जघन्य घटना को लेकर जनता में गहरा आक्रोश व्याप्त था। जिसकी गूंज हरिद्वार से दिल्ली तक सुनाई दी गई। पुलिस टीम को घटना का खुलासा करने में 6 दिन का वक्त लगा। घटना के खुलासे मेे पुलिस की कई टीमें लगी हुई थी।
जिनमे सीओ विवेक कुमार, प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह चौहान, एसआई जहांगीर अली सीआईयू, एसआई मनोहर सिंह भंडारी थानाध्यक्ष कलियर, संजीव थपलियाल थानाध्यक्ष झबरेड़ा, नितेश शर्मा थानाध्यक्ष बहादराबाद, एसआई संजय नेगी, करुणा रोंकली, संजय पुनिया, हेड कांस्टेबल मनोज कुमार, सिपाही रामवीर, लक्ष्मी प्रसाद, लईक अहमद, सोनू, संजय, राहुल, गुलशन, महिला सिपाही स्वीटी के अलावा हेड कांस्टेबल सीआईयू अहसान अली, सिपाही अशोक कुमार, सुरेश रमोला, कपिल, महिपाल, नितिन, रविन्द्र खत्री, मंगलोर कोतवाली से सिपाही उत्तम सिंह रविन्द्र राणा व प्रेम सिंह, नूरहसन, जमशेद, प्रदीप शामिल रहे। वहीं डीआईजी गढ़वाल ने पुलिस टीम को 50 हजार का इनाम देने की घोषणा की।