तनवीर
हरिद्वार, 17 नवंबर। चित्रगुप्त भगवान् एवं कलम दावत पूजन के अवसर पर श्री चित्रगुप्त मंडल परिवार की ओर से भेल सेक्टर 4 में स्थित भगवान् श्री चित्रगुप्त महाराज मंदिर में पूजा अर्चना का आयोजन किया गया। भव्य रूप से किए गए आयोजन में बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए कायस्थ परिवारों द्वारा चित्रगुप्त महाराज एवं कलम दावत का पूजन किया गया।
सोमवार देर शाम संपन्न हुए पूजन में चित्रगुप्त मंडल के अध्यक्ष विभास सिन्हा, सचिव अक्षत श्रीवास्तव, कमल कुलक्ष्रेष्ठ, सुनील श्रीवास्तव आदि सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। विभाष सिन्हा ने बताया कि प्रति वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को चित्रगुप्त मंडल परिवार की ओर से मनुष्यों के पाप पुण्यों का लेखा जोखा रखने वाले देवताओं के लेखपाल चित्रगुप्त महाराज के पूजन का आयोजन किया जाता है। उनके प्रतिरूप के तौर पर नई कलम व दवात की पूजा भी की जाती है। कायस्थ या व्यापारी वर्ग के लिए चित्रगुप्त पूजा के दिन से ही नववर्ष का अगाज माना जाता है।
विभाष सिन्हा ने बताया कि पौराणिक कथाओं के अनुसार, सृष्टि के रचानाकार ब्रह्मा ने चित्रगुप्त महाराज को उत्पन्न किया था। उनकी काया से उत्पन्न होने के कारण चित्रगुप्त महाराज कायस्थ भी कहे जाते हैं। उनका विवाह यमी से हुआ है। इस वजह से वे यम के बहनोई भी कहे जाते हैं। यम और यमी सूर्य देवता की जुड़वा संतान हैं। यमी ही बाद में यमुना के स्वरुप में पृथ्वी पर आयी।