राकेश वालिया
हरिद्वार, 5 अप्रैल। कोरोना महामारी से देश को बचाने के लिए भूपतवाला स्थित तुलसी मानस मंदिर में महामृत्युंजय व मृत संजीवनी यज्ञ का आयोजन किया गया। ग्यारह विद्वान पंडितों ने कोरोना को दूर भगाने के लिए महामृत्युंजय यज्ञ संपन्न कराया। महामण्डलेश्वर स्वामी अर्जुनपुरी महाराज ने कहा कि जब जब देश पर संकट आया है तो संत महापुरूषों ने धार्मिक क्रियाकलापों व आर्थिक रूप से सहयोग प्रदान किया है। क्योंकि संतों का जीवन सदैव ही परोपकार को समर्पित रहता है और महापुरूषों हमेशा ही समाज को नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस मां गंगा की कृपा से जल्द ही दूर होगा। संपूर्ण विश्व में खुशहाली लौटेगी।
महामारी से बचने के लिए सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए। मिलजुल कर ही इस महामारी को हराया जा सकता है। पूरे देश के संत महापुरूष इस संकट की घड़ी में अपनी ओर से दिल खोलकर सहयोग कर रहे हैं। स्वामी कामेश्वर पुरी महाराज ने कहा कि यज्ञ से निकलने वाला धुंआ जहां जहां आवरण बनाता है। वहां का समस्त वातावरण शुद्ध हो जाता है। यज्ञ के दौरान वेद मंत्रोच्चारण से निकलने वाली ध्वनि दैवीय शक्तियों को जागृत करती है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से विश्व को बचाने के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया है।
संत समाज लगातार अपने सामथ्र्य अनुसार गरीब असहाय लोगों की बढ़चढ़ कर मदद कर रहा है और आगे भी संत महापुरूष हरसंभव मदद के लिए तत्पर रहेंगे। आश्रम के सचिव प्रियनाथ तिवारी ने कहा कि महामृत्युंजय व मृत संजीवन यज्ञ निश्चित रूप से कोरोना को समाप्त करने में मददगार सिद्ध होगा। यज्ञ के दौरान पुजारी मुन्ना पाण्डेय, बागेश्वर पाण्डेय, जटाशंकर दुबे, अंशुल तिवारी, आदित्य, अभय, लालू आदि उपस्थित रहे।