गौ संरक्षण ही हिन्दू धर्म की मूल अवधारणा: स्वामी विशोकानन्द भारती

Haridwar News
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राहत अंंसारी

हरिद्वार, 27 फरवरी। पावन धाम आश्रम में माघ मास की पूर्णिमा के अवसर पर महानिर्वाणी अखाड़े के आचार्य म.मं. स्वामी विशोकानन्द भारती के सानिध्य में पूर्ण विधि-विधान से धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न हुए। जिसके अन्तर्गत स्वामी वेदान्तानन्द गौशाला में पावन धाम आश्रम ट्रस्ट के उपाध्यक्ष स्वामी चिन्मयानन्द एवं आश्रम के महंत स्वामी वेदान्तप्रकाश के संयोजन में संतजनों ने गौ पूजन किया। इस अवसर पर आश्रम के ब्रह्मलीन परमाध्यक्ष स्वामी सहज प्रकाश को संतजनों एवं भक्तजनों ने भावभीनी श्रद्धाजंलि भी अर्पित की।

माघ मास की पूर्णिमा के अवसर पर पावन धाम आश्रम में आयोजित समारोह में श्रद्धालु भक्तजनों को सम्बोधित करते हुए महानिर्वाणी अखाड़े के आचार्य म.मं. स्वामी विशोकानन्द भारती ने कहा कि गौ संरक्षण ही हिन्दू धर्म की मूल अवधारण है जिसके अन्तर्गत गौमाता में समस्त देवी-देवताओं का वास मानकर प्रत्येक हिन्दू धर्मावालम्बी गौ माता की पूजा एवं उसका संरक्षण करना अपना धर्म मानता है। पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि पावन धाम आश्रम अपनी स्थापना काल से ही धर्म के संरक्षण और सेवा के केन्द्र बिन्दु के रूप में विख्यात है।

ब्रह्मलीन स्वामी वेदान्तानन्द एवं स्वामी सहज प्रकाश ने यहां पर गौशाला स्थापित कर गौमाता के संरक्षण का पुनीत कार्य किया जिसको संस्था आगे बढ़ा रही है। इस अवसर पर पधारे संत-महंतजनों का स्वागत करते हुए पावन धाम आश्रम के महंत स्वामी वेदान्त प्रकाश ने कहा कि माघ पूर्णिमा का हमारे सनातन हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। प्रतिवर्ष माघ पूर्णिमा के अवसर पर आश्रम में गौ पूजन, संत सेवा का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर समारोह में मुख्य रूप से म.मं. स्वामी हरिचेतनानन्द, म.मं. स्वामी शिवप्रेमानन्द, श्री पंचायती बड़ा अखाड़ा उदासीन के मुखिया महंत दुर्गादास, भारत माता मंदिर के श्रीमहंत ललितानन्द गिरि, महंत केशवानन्द, भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी, पार्षद अनिल मिश्रा, विदित शर्मा, अंशुल श्रीकुंज सहित पावन धाम आश्रम ट्रस्ट के ट्रस्टीगण व भक्तगण उपस्थित रहे।

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