तनवीर
हरिद्वार, 29 जनवरी। कुंभ को स्वस्थ, सुरक्षित कराने के उद्देश्य से आर्य नगर स्थित एक होटल में कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण व प्रमाणन पर विचार गोष्ठी व प्रशिक्षण (रूको) का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि अध्यात्म और उत्सव के रंग, स्वच्छ, एवं सुरक्षित खाद्य के संग के इस नारे को साकार करने के लिए सभी को मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। इसमें खाद्य सुरक्षा विभाग के साथ ही व्यापारियो की महत्वपूर्ण भूमिका है
जिसे पूरी ईमानदारी और तन्मयता से निभाने की जरूरत है। इसके पहले उन्होंने रूको कार्यक्रम का उद्घाटन फ्लैग आफ कर व दीप प्रज्वलित कर किया। व्यापारियों और व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने पगड़ी पहनाकर मेलाधिकारी स्वागत किया। मेलाधिकारी ने व्यापारियों को प्रमाणपत्र प्रदान किए। कार्यक्रम में वीडियो प्रजेंटेशन के माध्यम से बायो फ्यूल के बारे में जानकारी दी गई। कुंभ मेलाधिकारी ने रूको पुस्तिका का विमोचन भी किया। दीपक रावत ने अपने संबोधन में आगे कहा कि वह स्वास्थ्य की परिभाषा को लेकर बेहद सतर्क व जिज्ञासु हैं।
सही आसन, सही आराम और सही आहार बेहतर स्वास्थ्य का प्रमुख आधार है। कहा कि स्वस्थ और सुरक्षित खाद्य के लिए कुकिंग आयल का सही होना बहुत जरूरी है। कहा रियूज्ड तेल का सुरक्षित प्रयोग औद्योगिक इकाइयों में हो सकता है। इस बार कुंभ में इसकी एक एप के माध्यम से मानीटरिंग की जाएगी। मेलाधिकारी ने कहा मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं की सेहत का ख्याल रखने के लिए व्यापारियों को सचेत रहना होगा। खाद्य सुरक्षा विभाग को भी अपनी जिम्मेदारी पूरी पारदर्शिता के साथ निभानी होगी।
पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुंभ मेले में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री व प्रयोग कर अंकुश के लिए जनता को भी जागरूकता के साथ ऐसे तत्वों की जानकारी सामने लानी चाहिए। जिससे खाद्य सुरक्षा विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ समय से कारवाई कर सके। विशिष्ट अतिथि कुंभ मेलाधिकारी स्वास्थ्य डा अर्जुन सिंह सेंगर ने बताया कि रूको भारत सरकार की ओर से संचालित प्रेरणादायक कार्यक्रम है। कुंभ मेला में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कुकिंग तेल से हरित ईंधन बायो डीजल का उत्पादन किया जाएगा। सुरक्षित सेहत का ध्यान रखते हुए भारत सरकार की पहल पर खाद्य सुरक्षा विभाग की निगरानी में उत्तराखंड में भी अब हरित ईंधन की शुरूआत हरिद्वार से हो चुकी है। इससे जहां लोगों को एक ही कुकिंग आयल के बार बार प्रयोग से सेहत को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। अभिहित अधिकारी खाद्य सुरक्षा कुंभ आरएस रावत ने बताया कि बायो डीजल या हरित ईंधन नये युग की स्वास्थ्य की दिशा में क्रांति है। उन्होंने कहा कि एक ही कुकिंग आयल को तीन बार से अधिक प्रयोग करना स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इससे बचने के लिए भारत सरकार की पहल पर कुंभ में भी विभाग की निगरानी में हरिद्वार में इसकी शुरुआत हो चुकी है। सरकार की ओर से अधिकृत एक कंपनी जिसका प्लांट भिवाड़ी हरियाणा में है, वह हरिद्वार के होटल, रेस्टोरेंट कारोबारियों से ऐसे रियूज्ड कुकिंग आयल को एकत्रित करने का काम कर रही है। इसके लिए ऐसे कारोबारियों को कैन भी दिया गया है। इसमें निष्प्रयोज्य कुकिंग आयल एकत्रित कर कंपनी 25 रूपये प्रति किलो की दर से खरीद करेगी। इसका रिसाइक्लिंग कर औद्योगिक प्रयोजन में इस्तेमाल किया जाएगा।
बताया कि औसतन 10 लीटर ऐसे कुकिंग आयल से सात से आठ लीटर बायो फ्यूल तैयार हो सकता है। बायो फ्यूल से पर्यावरण के संरक्षण के साथ ही लोग सेहतमन्द भी होंगे। कुंभ के दृष्टिगत इस कार्य में तेजी लाई जा रही है। इस दौरान आरएस रावत अभिहीत अधिकारी कुंभ, आरएस पाल अभिहित अधिकारी, दिलीप जैन खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुंभ, मनोज सेमवाल खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुंभ, आशीष भार्गव आडिटर खाद्य सुरक्षा आदि उपस्थित रहे।