कमल खडका
कुंभ मेले में ई पास की व्यवस्था को समाप्त किया जाए-संजय त्रिवाल
हरिद्वार, 20 सितम्बर। व्यापारियों ने महाकुम्भ मेले को समय पर कराने की मांग को लेकर अपर रोड़ पर प्रदर्शन किया। प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष डा.नीरज सिंघल ने कहा कि पौराणिक सिद्ध पीठों व मठ मंदिरों के सौन्दर्यीकरण के काम भी तेजी के साथ किए जाएं। महाकुंभ मेला हिन्दुओं की आस्था का पर्व हैं। गंगा मां के आशीर्वाद से महाकुंभ मेला निर्विघ्न संपन्न होना चाहिए।
हरिद्वार का व्यापारी कोरोना संकट के कारण भूखमरी की कगार पर है। जिस प्रकार से कांवड़ मेला न कराकर प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रहा है। पर उनको जानकारी होनी चाहिए कि इससे व्यापार पर बहुत बुरा असर पड़ा है। थोड़ी सी जो संजीवनी व्यापारी को मिलनी थी उससे भी व्यापारी के हाथ कुछ न लग पाया।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सरकार कुम्भ मेला कराने की इच्छुक नहीं है। अभी तक गंगा घाटो के कार्य अधूरे पड़े हैं। डा.नीरज सिंघल ने कहा कि सरकार ने जिस प्रकार जम्मू कश्मीर के लिए करोड़ों रूपए का राहत पैकेज घोषित करने के साथ वहां के लोगों को बिजली, पानी के बिलों में छूट दी है।
उसी प्रकार पूरी तरह धार्मिक पर्यटन पर आश्रित उत्तराखण्ड के व्यापारियों को भी राहत पैकेज दिया जाए। साथ ही बिजली पानी के बिलों व टैक्स में छूट दी जाए। प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल के जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि कोरोना काल में श्रद्धालुओं के नहीं आने से पिछले छह महीने से व्यापार पूरी तरह ठप्प है। व्यापारी घर का खर्च तक नहीं चला पा रहे हैं। बिजली, पानी के बिल, स्कूल फीस भरना तक मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक भी बड़ा स्नान पर्व नहीं हो पाया।
अब सरकार कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ई पास की व्यवस्था लागू करने की बात कर रही है। ई पास की व्यवस्था लागू होने पर पर पर्याप्त संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन नहीं हो पाएगा। जिससे आर्थिक रूप से टूट चुके व्यापारियों को नुकसान होगा। सरकार को ई पास की व्यवस्था को समाप्त कर श्रद्धालुओं को सामान्य रूप से आने देना चाहिए। जिससे व्यापारियों की रोजी रोटी चल सके। सरकार कुंभ मेले को व्यवस्थित रूप से संपन्न कराए।
घाटों का सौन्दर्यकरण, सड़कों, पुलों, फ्लाईओवर का निर्माण समय पर पूर्ण कराने के साथ अन्य नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान दे। व्यापारी नेता मनीष गुप्ता ने कहा कि सामाजिक संगठन, व्यापारी, संत महापुरुष महाकुंभ मेले को सकुशल संपन्न कराने में अपना योगदान देते चले आ रहे हैं। मेला प्रशासन को भी धर्मनगरी के लोगों की भावनाओं के अनुरूप कुंभ मेले की व्यवस्थाओं को तेजी के साथ लागू कराना चाहिए। मूलभूत सुविधाएं बाहर से आने वाले श्रद्धालु भक्तों को मिले।
मेला प्रशासन व आम जनमानस अवश्य ही मेले को सकुशल कराने में अपना योगदान देगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन कुंभ मेले को भी कांवड़ मेले की भांति न कराने के प्रयास में लगा है। अगर यही हाल रहा तो मजबूर व्यापारी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा और आने वाले समय समय मं प्रदेश सरकार को उचित जवाब देगा।
प्रदर्शन करने वालों में सागर सक्सेना, विकास कुमार, दिनेश साहू, दिनेश कुकरेजा, पवन सुखिजा, मोहनदास गोस्वामी, गगन गुगनानी, अजय रावल, सुनील कुमार, सुरेश कुमार, महेन्द्र कुमार, नीतिश कुमार,अमन कुमार, प्रिंस रावत, सूरज कुमार, रींकू सक्सेना, ऋषभ गोयल, अतुल चैहान, मन्नू, मनीष चैहान, विनोद, राजेश अग्रवाल, गोपाल गोस्वामी, सुनील त्यागी आदि व्यापारी शामिल रहे।