राकेश वालिया
हरिद्वार, 17 जून। मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने लद्दाख में चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि देश की सीमा की रक्षा करते हुए शहादत देने वाले सैनिकों का बलिदान देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया को कोविड 19 जैसी लाईलाज बीमारी देने वाले चीन की इस कायरतापूर्ण हरकत का केंद्र सरकार को कड़ा जवाब देना चाहिए।
देश के लिए अपनी जान की कुर्बानी देने वाले वीर सैनिकों को श्री हरि अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। पूरा देश शहीद सैनिकों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने सरकार से मांग की कि देश के लिए शहीद हुए वीर सैनिकों के परिवारों को एक एक करोड़ रूपए की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने कहा कि देश दुनिया में मित्रता का संदेश देने वाले भारतीयों के साथ कटुता का व्यवहार चीन कर रहा है। भारतीय परंपरा हमेशा ही मित्रता का संदेश देती चली आ रही है। उन्होंने कहा कि चीन के सैनिक लगातार भारतीय सीमाओं में घुसपैठ करते चले आ रहे हैं।
लेकिन भारतीय सैनिक धैर्य का परिचय देते हुए बातचीत से ही हल निकालने में विश्वास रखते हैं। लेकिन चीनी सैनिकों ने धोखा करते हुए भारतीय सैनिकों पर हमला किया। जिसमें बीस सैनिक शहीद हो गए। चीन के इस कायरतापूर्ण व्यवहार की जितनी भी निंदा की जाए। उतना कम है। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिक अपने साहस व धैय के लिए दुनिया में जाने जाते हैं। सीमाओं की रक्षा करने में अपने प्राणों को न्यौछावर करने में भी पीछे नहीं हटते हैं।
इस दौरान महंत लखन गिरी, महंत डोगर गिरी, स्वामी आशुतोष पुरी, दिगम्बर राजगिरी, दिगम्बर मधुरवन, मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल शर्मा, डा.सुनील कुमार बत्रा, प्रदीप शर्मा आदि सहित निरंजनी अखाड़े के संत महंतों ने गणेश घाट पर गंगा में पुष्प अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।