कुंभ मेला भारतीय सनातन परंपरा का प्रमुख पर्व है-श्रीमहंत दुर्गादास

Haridwar News
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गौरव रसिक

श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन ने शुरू की भ्रमणशील जमात के स्वागत की तैयारियां

हरिद्वार, 10 नवंबर। देश भर से आने वाले अखाड़े के संतों की भ्रमणशील जमात के स्वागत व निवास की व्यवस्था के लिए श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन ने तैयारियां शुरू कर दी है। भ्रमणशील जमात को ठहराने के लिए अखाड़े की ओर से दक्ष मंदिर के समीप छावनी में सुविधाएं विकसित करने कार्य मंगलवार को शुरू कर दिया गया। छावनी में देश भर से आने वाले संतों के शिविर स्थापित किए जाएंगे।

कुंभ मेला प्रभारी व श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि कंुभ मेला भारतीय सनातन परंपरा का प्रमुख पर्व है। हरिद्वार में गंगा तट पर लगने वाले कुंभ मेले के दौरान अखाड़ों के संत महापुरूषों के सानिध्य में भारतीय संस्कृति व परंपरांओं की अनुपम छटा पूरी दुनिया को आलोकित करती है। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाले महाकुंभ मेले को सकुशल व भव्य रूप से संपन्न कराने के लिए सभी अखाड़े अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं।

कुंभ मेले के दौरान देश भर से अखाड़े से जुड़े संतों की भ्रमणशील जमात हरिद्वार पहुंचेंगी। सीमाओं पर जमात का स्वागत करने के पश्चात भव्य शाही जुलूस के रूप में उन्हें अखाड़ों में प्रवेश कराया जाएगा। बड़ी संख्या में आने वाले संतों को ठहराने के लिए छावनियों में व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जा रहा है। छावनियों में संतों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए बिजली, पानी, पेयजल, शौचालय आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है।

मेला शुरू होने से ही पूर्व ही सभी व्यवस्थाओं को पूर्ण कर लिया जाएगा। महंत निर्मलदास महाराज ने कहा कि संत महापुरूषों के सानिध्य में कुंभ मेला भव्य रूप से संपन्न होगा। मेले को संपन्न कराने के लिए अखाड़े की ओर से व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। मेला प्रशासन को भी कार्य पूर्ण करते हुए छाविनयों में संतों को सुविधाए उपलब्ध करानी चाहिए। जिससे संतों व श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इस दौरान कुंभ मेला कोठारी वासुदेव दास, कारोबारी महंत सेवादास, महंत वैराग्य मुनि, रामप्रकाश, अमित आदि उपस्थित रहे।

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