अमरीश
संतों में शोक की लहर
हरिद्वार, 29 अप्रैल। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में कोरोना से संक्रमित श्रीमहंत मनीष भारती ब्रह्मलीन हो गए। जिससे अखाड़े के संतों में शोक की लहर दौड़ गई है। कोरोना से संक्रमित अखाड़े के तीसरे संत के ब्रह्मलीन होने से संतों में भय भी है। पंचायती अखाड़ा श्रीनिरंजनी के पंच 50 वर्षीय श्रीमहंत मनीष भारती महाराज ने ऋषिकेश एम्स में अंतिम सांस ली। पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि श्रीमहंत मनीष भारती अखाड़े के पंच थे।
उनको एम्स में भर्ती कराने से पूर्व जगजीतपुर स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आठ दिन इलाज चलने के दौरान तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने गुरुवार को अंतिम सांस ली। उन्होंने कहा श्रीमहंत मनीष भारती के ब्रह्मलीन होने से संतों को गहरा आघात पहुंचा है। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनकी कमी अखाड़े को बहुत खलेगी। बताते चलें कि बुधवार को कोरोना से संक्रमित श्रीमहंत लखन गिरी ब्रह्मलीन हो गए थे। उनसे पहले एक और संत के ब्रह्मलीन होने से संत समाज में शोक की लहर है।