कमल खडका
हरिद्वार, 1 अक्टूबर। हाथरस और बलरामपुर में बलात्कार व हत्या की घटनाओं पर पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार और प्रशासन की दलित विरोधी मानसिकता का परिणाम है। उत्तर प्रदेश में दलित महिलाओं के साथ बलात्कार, दलितों को पीटने की घटनाएं बढ़ रही है। हाथरस और बलरामपुर की घटनाओं ने सरकार के अमानवीय जातिवादी दलित विरोधी चेहरे से नकाब हटा दिया है।
भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर बलात्कार और हत्या का अपराध करते हैं तो सरकार उन्हें बचाने का पूरा प्रयास करती है। इसी प्रकार स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध शिकायत दर्ज होती है तो उस लड़की को ही जेल में डाल दिया जाता है। मोदी और योगी के राज में दलितों के प्रति अत्याचार बढ़े हैं। रोहित वेमुला से लेकर हाथरस व बलरामपुर और मध्य प्रदेश जहां दलित को जमीन से जबरन बेदखल कर दिया जाता है।
हिंदू के नाम पर दलितों का वोट लेने वाली भाजपा आज अपने असली रूप में आ गई है। वर्ण व्यवस्था की पोषक भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता किसी से छिपी नहीं है। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के 2019 के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल अपराधों का 15 फीसदी उत्तर प्रदेश में हो रहा है और वृद्धि की यह दर पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। यदि उत्तर प्रदेश में ऐसे अपराधियों को कड़ा दंड दिया जाता तो ऐसी मानसिकता वालों की हिम्मत टूट जाती। परंतु ऐसा नहीं हुआ। अम्बरीष कुमार ने कहा कि इन घटनाओं से वे स्तब्ध हैं।