प्रमोशन में आरक्षण विरोधी आंदोलन की आलोचना की

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हरिद्वार, 18 मार्च। दलित एकता मंच की जिला पंचायत सदस्य रोशनलाल के रावली महदूद स्थित आवास पर हुई बैठक में कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। बैठक में राज्य कर्मचारियों के प्रमोशन में आरक्षण मुद्दे पर भी चर्चा हुई। बैठक को संबोधित करते हुए रोशनलाल ने कहा कि आरक्षण व प्रमोशन संवैधानिक अधिकार है। उच्चतम न्यायाल भी कह चुका है कि सरकार प्रमोशन में आरक्षण लागू कर सकती है। लेकिन उत्तराखण्ड की भाजपा सरकार एससी, एसटी व ओबीसी कर्मचारियों को प्रमोशन में आरक्षण नहीं दे रही है। सरकार एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक वर्ग के संवैधानिक अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। प्रदेश में आवश्यक सेवाएं पिछले 15 दिन से ठप्प हैं। सामान्य वर्ग के कर्मचारी ओबीसी वर्ग के साथ होने का दिखावा कर ओबीसी वर्ग के साथ धोखा कर रहे हैं। जबकि ओबीसी कर्मचारी आरक्षण विरोधी आंदोलन का विरोध कर रहे हैं।

दलित एकता मंच के अध्यक्ष बालेश्वर सिंह एवं महामंत्री तीर्थपाल रवि ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। केंद्र व प्रदेश सरकारें बचाव व सुरक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी कर रही हैं। लेकिन कुछ गैर जिम्मेदाराना लोग सरकार के नियम कानूनों को ताक पर रखकर आंदोलन के जरिए अपना राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हैं। कोरोना के चलते किसी भी स्थान पर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी है। लेकिन देहराूदन, हरिद्वार समेत तमाम स्थानों पर काम छोड़कर आंदोलन कर रहे सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकद्मा दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दलित एकता मंच अभियान शुरू करेगा।


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