अमरीश
हरिद्वार, 28 अप्रैल। कांग्रेस शहर महासचिव दीपक टण्डन ने कहा कि मजदूर श्रमिकों को राशन सही रूप से नहीं उपलब्धा कराया जा रहा है। बाहरी राज्यों के श्रमिक जनप्रतिनिधियों की बेरूखी को झेल रहे हैं। श्रमिक वर्ग के परिवारों को बंटने वाला राशन समान रूप से प्राप्त नहीं हो पा रहा है। जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रशासन को पात्रों के नामों की सूची तो उपलब्ध करा दी जाती है। लेकिन जनप्रतिनिधि स्वार्थ की राजनीति के चलते मात्र अपने वार्ड के वोटरों को ही सरकार द्वारा दी गयी खाद्य सामग्री को बांट रहे हैं।
किराएदार, बाहरी राज्यों के मजदूरों को राशन नहीं दिया जा रहा है। खाद्य सामग्री वितरित करने में भेदभावपूर्ण नीति अपनायी जा रही है। कई क्षेत्रों में श्रमिक आर्थिक मंदी का दंश झेल रहे हैं। जनप्रतिनिधियों की लोलुपता मात्र वोट अर्जित करने वाली ही नजर आ रही है। जरूरतमंदों को सरकार द्वारा दिया गया राशन सही रूप से नहीं पहुंच पा रहा है। किराएदार मजदूर अपने घरों में परेशान हैं। दीपक टण्डन ने राज्य के मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि मजदूरों को नकदी के रूप में राहत राशि दी जाए। साथ ही प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गए कर्मचारी ही खाद्य सामग्री को वितरित करें। जिससे राजनैतिक खेल बंद हो सके। उन्होंने कहा कि मजदूरों की सुध लेनी चाहिए।
बड़ी संख्या में मजदूर, किराएदार निवास करते हैं। लेकिन उनको जनप्रतिनिधियों द्वारा राशन ना बांटना उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है। वार्डो के पार्षदों के माध्यम से राशन वितरित नहीं होना चाहिए बल्कि सरकार के अधिकारी कर्मचारी अपने सामने ही राशन वितरण करने की कमान संभालें। कई क्षेत्रों से किराएदार और मजदूरों की शिकायतें आ रही हैं। उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा है। उनके व उनके परिवारों के समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने अपील की कि जनप्रतिनिधि बिना भेदभाव के समान रूप से लोगों की मदद करें।