गौरव रसिक
आज भी प्रासंगिक हैं संत रविदास की शिक्षाएं-महंत राजेश दास
हरिद्वार, 7 फरवरी। परम संत शिरोमणी रविदास धाम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अजीतपुर गंगाघाट पर रविदास सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग के दौरान महिलाओं को शाॅल वितरित कर सम्मानित किया गया। सत्संग में संत शिरोमणी रविदास की शिक्षाओं से उपस्थित श्रद्धालुओं को अवगत कराते हुए ट्रस्ट के प्रबंधक महंत राजेश दास ने कहा कि संसार को निष्काम भक्ति का मार्ग दिखाने वाले संत शिरोमणी रविदास की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं।
संत रविदास ने समाज में फैली जाति वर्ण के आधार पर भेदभाव जैसी बुराईयों को दूर करने में अहम योगदान किया और समाज को एकता के सूत्र में बांधा। महान समाज सुधारक, दार्शनिक कवि और धर्म की भेद भावना से ऊपर उठकर भक्ति संसार को भक्ति का मार्ग दिखाने वाले संत रविदास की शिक्षाओं को आत्मसात कर सभी को आदर्श समाज बनाने में सहयोग करना चाहिए। संचालक बबलू दास ने कहा कि संत रविदास की शिक्षाएं सदैव प्रासंगिक रहेंगी। भेदभाव आधारित तत्कालीन व्यवस्था के खिलाफ निरंतर संघर्ष करने वाले संत शिरोमणी रविदास महान संत थे।
बबलू दास ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा संत रविदास की शिक्षाओं का प्रचार प्रसार करने के साथ सेवा प्रकल्पों का संचालन कर गरीब कन्याओं का विवाह, पढ़ाई के लिए निर्धन छात्र-छात्राओं व समाज के वंचित व जरूरतमंदों की मदद करने के निरंतर अभियान चलाया जा रहा है।
इस अवसर पर महात्मा जयद्रथ, महात्मा बलदेव दास, महात्मा चरण दास, महात्मा लोकेश दास, तेलूराम, मनोज प्रालिया, सोनू दास, श्यामदास, ओमसिंह दास, बबीता, नीलम, सविता, गुलाब, मेनपाल आदि सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।