स्वामी इंद्रदेवेश्वरानंद महाराज ने श्रद्धालुओं को दिलाया पर्यावरण व गंगा संरक्षण का संकल्प

Dharm
Spread the love

अमरीश


समस्त मानव जाति का कल्याण करती है मां गंगा-स्वामी इंद्रदेवेश्वरानंद
हरिद्वार, 5 जून। कनखल सन्यास मार्ग स्थित श्री कृष्ण निवास आश्रम में आयोजित गंगा महिमा कथा के तीसरे दिन श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए महामण्डलेश्वर स्वामी इंद्रदेवेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सभी को गंगा को स्वच्छ, निर्मल, अविरल बनाने तथा पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि दैवीय कृपा के चलते जीवनदायिनी मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई। लेकिन मानवीय गलतियों के चलते गंगा में बढ़ता प्रदूषण चिंता का विषय बन गया है।

साथ ही जीवन को अत्यधिक आरामदायक बनाने के लिए प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध इस्तेमाल की वजह से पर्यावरण बेहद अंसतुलित हो गया है। ऐसे में प्रत्येक मनुष्य का कर्तव्य है कि भूल सुधार करते हुए पर्यावरण सरंक्षण में सहयोग करे। प्रकृति को बचाने के लिए पौधारोपण कर वृक्ष बनने तक उनका संरक्षण करें। सम्मिलित प्रयासों से ही पर्यावरण को प्रदूषण बचाया जा सकता है। स्वामी इंद्रदेवेश्वरानंद महाराज ने कहा कि तमाम हिंदू धर्म शास्त्रों में गंगा के महत्व का वर्णन किया गया है। मां गंगा अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु का कल्याण करती है। पौराणिक काल से धरती पर बह रही गंगा पृथ्वी पर रहने वाले समस्त प्राणियों, जीव जंतुओं का समान रूप से पोषण करती है।

शास्त्रों में गंगा को मां कहा गया है। ऐसे में प्रत्येक श्रद्धालु का कर्तव्य है कि जन्म देने वाली मां की तरह ही गंगा का आदर करें, प्रदूषण उत्पन्न करने वाले पदार्थ गंगा में ना फेंके। गंगा को स्वच्छ, निर्मल, अविरल बहने में सहयोग करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *