विडियो:-स्वर्गीय अशोक सिंघल को भारत रत्न दिया जाए-श्रीमहंत नरेंद्र गिरी

Dharm
Spread the love

राकेश वालिया

नियत समय पर ही आयोजित होगा कुंभ मेला

हरिद्वार, 26 अगस्त। जूना अखाड़ा में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज व तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने कुंभ मेले को लेकर प्रस्ताव पारित करते हुए बैठक आयोजित की। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि पहले प्रस्ताव में कुंभ मेले के कार्यो में तेजी लायी जाए। कुंभ मेला 2021 में तय समय में आयोजित किया जाएगा। जो कार्य लाॅकडाउन के कारण नहीं हो पाए हैं। उन निर्माण कार्यो को भी जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। विहिप नेता स्व.अशोक सिंघल को भारत रत्न दिया जाए। इस प्रस्ताव पर संत महापुरूषों व पदाधिकारियों द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया है।

श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि महाकुंभ मेला कोरोना संक्रमण को देखते हुए उस समय सरकार की जो गाइड लाईन होगी उसका पालन करते हुए महाकुंभ मेला आयोजित किया जाएगा। कुंभ मेले के अधिकारी कुंभ मेले के विकास कार्यो की रूपरेखा के लिए मठ मंदिरों व अखाड़ों के प्रबंधकों से विचार विमर्श कर कुंभ मेले के कार्यो में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि हो सकता है महाकुंभ मेले के दौरान हाईवे निर्माण पूरा ना हो सके। लेकिन नगर की सड़कों के निर्माण कार्य तय समय में पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला भूमि में स्थाई कार्यो को तेजी के साथ पूरा किया जाना चाहिए। बिजली, पानी, सड़कें, शौचालय की सुविधाओं को लागू किया जाए। आश्रम अखाड़ों की सड़कें गड्ढा मुक्त की जानी चाहिए। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने यह भी कहा कि पालघर वाली घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर सीबीआई जांच की मांग को भी किया जाएगा। साथ ही कुंभ मेला 2021 को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से 28 अगस्त को भेंटवार्ता की जाएगी।

महाकुंभ मेले की तैयारियां तेजी के साथ की जानी चाहिए। अखाड़ों, मठ, मंदिरों व आश्रमों के कुठार भण्डार की व्यवस्था सुचारू रूप से लागू की जाए। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कुंभ मेला अधिकारियों से भी आह्वान करते हुए कहा कि आश्रम अखाड़ों के प्रतिनिधियों से कुंभ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर विचार विमर्श कर समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए। अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि सरकार संतों की समाधि के लिए भूमि उपलब्ध कराए। अन्यथा संत ब्रह्मलीन संतों को गंगा में चाहे जल हो या ना हो जल समाधि देने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेला का आयोजन सनातन परंपरांओं के अनुरूप किया जाएगा। प्राचीन पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ही संत महापुरूषों के सानिध्य में महाकुंभ मेला सकुशल संपन्न होगा। सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए महाकुंभ मेला कि व्यवस्थाओं को लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आधे अधूरे निर्माण कार्यो को तेजी के साथ पूरा किया जाना चाहिए। बैरागी अखाड़ों के श्रीमहंत राजेंद्रदास, श्रीमहंत धर्मदास, महंत कृष्णदास महाराज ने अखाड़ा परिषद अध्यक्ष से मांग करते हुए कहा कि बैरागी कैंप की भूमि को शीघ्र खाली कराकर बैरागी संतों को सौंपी जाए क्योंकि अब महाकुंभ मेले के कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं और अक्टबूर नवंबर में अखाड़ों की धर्मध्वजा लगनी शुरू हो जाएंगी। इसीलिए अखाड़ों को जमीन आवंटन का कार्य भी अखाड़ा परिषद को शीघ्र करना चाहिए।

ताकि आने वाले महाकुंभ मेले में किसी संत महापुरूष को किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। इस अवसर पर श्रीमहंत धर्मदास, श्रीमहंत राजेंद्रदास, श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, अखाड़ा परिषद उपाध्यक्ष महंत देवेंद्र सिंह, मुखिया महंत भगतराम, महंत मुक्तानंद, महंत रामशरण दास, महंत कृष्णदास, महंत रामजी दास, महंत साधनानंद, महंत महेश पुरी, महंत दामोदर दास, महंत प्रेमदास, महंत सोमश्वरानन्द, महंत रामकिशोर दास, महंत मोहनदास आदि मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *