तनवीर
हरिद्वार, 24 अक्तूबर। रानीपुर कोतवाली पुलिस ने नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। मौके से 400 लीटर अल्कोहलिक केमिकल, 80 लीटर नकली शराब, 2 किलो यूरिया, शराब की बोतल के ढक्कन, लेबल/रैपर व सैन्ट्रो कार बरामद हुई है। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि अपराधिक गतिविधियों पर विराम लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत चेकिंग के दौरान दादूपुर गोविंदपुर के पास से एक संदिग्ध अनिरूद्ध सिंह पुत्र श्री हरिकरन सिंह ग्राम रौगांव थाना गजनेर जिला कानपुर देहात हाल पता ग्राम धानुपुरा थाना ताजगंज जनपद आगरा उ.प्र. को सेंट्रो कार सहित दबोचा गया।
जिसके कब्जे से अल्कोहलिक केमिकल, नकली शराब, यूरिया, शराब की बोतल के ढक्कन, लेबल/रैपर आदि बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने साथी के साथ मिलकर दादूपुर गोविंदपुर में किराए की दुकान में नकली शराब बनाने का धंधा चला रहे थे। पूछताछ के बाद मौके से भारी मात्रा में एल्कोहोलिक कैमिकल व नकली शराब बनाने में प्रयुक्त सामग्री बरामद की गई।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी 12वीं पास है औरन आगरा के ताजगंज थाने से वर्ष 2021 में नकली शराब के केस में जेल जा चुका है। 4 साल पूर्व अलीगढ़ स्थित शराब के ठेके में काम के दौरान आरोपी की पहचान साथ काम कर रहे एक फरार आरोपी युवक से हुई थी।
लगातार संपर्क में रहने पर कुछ समय पहले फरार आरोपी ने अनिरूद्ध को हरिद्वार आकर साथ काम करने का न्योता देते हुए बताया था कि केमिकल से नकली शराब बनाने के काम में पैसा काफी है व ख़र्च कम है। लालच में आकर परिवार सहित आगरा में रह रहा आरोपी हरिद्वार आ गया। घटना का मास्टरमाइंड फरार आरोपी है जो कैमिकल लाने का काम करता था। आरोपी शराब के ठेके पर काम कर चुका है और यू-ट्यूब के जरिए नकली श्राब बनाना सीखा था। दोनो आरोपी बेहद शातिर हैं।
फरार आरोपी केमिकल लेकर आता था और फिर दोनों आरोपित मिलकर अल्कोहोलिक केमिकल में एक निश्चित मात्रा में पानी मिलाकर उसमे शराब जैसा रंग लाने के लिए फ़ूड कलर मिलाते थे तथा इस तैयार नकली शराब की तीव्रता बढ़ाने के लिए फिर इसमें यूरिया मिलाया जाता था। तैयार की गई नकली शराब को ठेके से कम दाम में चलते-फिरते लोगो को बेचा जाता था। कम दाम के चलते ग्राहक भी हाथों हाथ मिल जाते थे। आरोपी कैमिकल से तैयार की गई नकली/जहरीली शराब को खाली शराब की बोतलों में भरकर बोतलों के ऊपर फर्जी लेबल व उत्तराखंड शासन का टैग लगाकर हू-ब-हू असली लगने वाली, नकली शराब बनाने का गोरखधंधा चला रहे थे।
खरीददार किसी भी स्तर पर ये शक नहीं कर पाता था कि शराब नकली है। त्योहारी सीजन को देखते हुए इस बार नकली शराब की बड़ी खेप खपाकर मोटा मुनाफा कमाने की फिराक में थे। पुलिस टीम में रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी, एसएसआई मनोहर सिंह रावत, गैस प्लांट चौकी प्रभारी एसआई विकास रावत, हेडकांस्टेबल गोपीचंद, कांस्टेबल गंभीर रावत, कांस्टेबल संजय रावत, कांस्टेबल अजय, कांस्टेबल करन शामिल रहे।


