तनवीर
हरिद्वार, 14 नवम्बर। सिख धर्म के प्रवर्तक और प्रथम सिख गुरू श्री गुरु नानक देव के 555वें प्रकाश पर्व के अवसर पर कनखल में प्रभात फेरी निकाली गई। श्री निर्मल संतपुरा के परमाध्यक्ष महंत जगजीत सिंह शास्त्री महाराज की अगुवाई में प्रेम नगर चौक स्थित ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा से तड़के सवेरे शुरू हुई प्रभात फेरी निर्मल संतपुरा पहुंची। जहां पर सिख संगत द्वारा शबद कीर्तन किया गया। वहां से प्रभात फेरी कनखल के मुख्य बाजारों से होती हुई सती घाट स्थित गुरूद्वारा तीजी पातशाही तप स्थान गुरु अमरदास पहुंची। जहां पर सिख संगत ने मत्था टेका और शब्द कीर्तन किया। गुरुद्वारा गुरु अमरदास पहुंचने पर ग्रंथी सरदार देविंदर सिंह, सरदार इंद्रजीत सिंह और ग्रंथी परवेंदर सिंह आदि ने प्रभात फेरी का स्वागत किया।
गुरूद्वारा गुरु अमरदास से प्रभात फेरी मुख्य बाजारों से होती हुई वापस निर्मल संतपुरा पहुंचकर संपन्न हुई। प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में सिख संगत ने भाग लिया। प्रभात फेरी में सिख संगत नानक आया, नानक आया के शब्द कीर्तन गाते हुए चल रही थी। कनखल के बाजार गुरु नानक देव का जयकारा, राज करेगा खालसा और सत् श्री अकाल के उद्घोष से गूंज उठे। प्रभात फेरी का जगह-जगह स्वागत किया गया। प्रभात फेरी के आगे सिख धर्म का झंडा लेकर युवक चल रहे थे। इस अवसर पर जमकर आतिशबाजी की गई। गुरुद्वारा गुरु अमरदास, ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा और निर्मल संतपुरा को बिजली की लड़ियों से सजाया गया।
तप स्थान तीजी पातशाही गुरु अमरदास गुरुद्वारा की संचालिका बीबी विन्निदंर कौर सोढ़ी विन्नी और महंत रंजय सिंह ने बताया कि 15 नवम्बर कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्री गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के अवसर पर तप स्थान में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का भोग सुबह 10 बजे लगेगा और शबद कीर्तन होगा। अरदास के बाद गुरु का अटूट लंगर लगाया जाएगा। ग्रंथी देवेंदर सिंह ने बताया कि 13 नवंबर को गुरु ग्रंथ साहिब का तपस्थान गुरुद्वारा में अखंड पाठ रखा गया। पंच परमेश्वर पांच ग्रंथी अखंड पाठ कर रहे हैं। ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के संरक्षक संत जगजीत सिंह शास्त्री महाराज ने बताया कि 17 नवम्बर को ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा में गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व के अवसर पर शबद कीर्तन और अटूट लंगर का आयोजन सुबह 10 बजे किया गया है।