तनवीर
हरिद्वार, 21 जनवरी। जिला उद्योग केंद्र द्वारा लालढांग न्याय पंचायत के रसूलुपुर पंचायत में एनआरएलएम एसएचजी की महिलाओ को मूंज घास से विभिन्न उत्पाद तैयार करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। 2 महीने तक चलने वाली ट्रेनिंग में महिलाओं को मूंज घास से झूमर, टोकरी, गणेश एवं अन्य चीजें बनाने की ट्रेनिंग दी जायेगी। ट्रेनिंग 12 फरवरी तक चलेगी। जिला उद्योग केंद्र के बुलावे पर महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए उधम सिंह नगर से आयी सुशीला ने बताया कि पॉलिथिन का प्रयोग बन्द करने के लिए ऐसी व्यवस्थाएं बहुत जरूरी है।
इससे महिलाओं को स्वरोजगार भी मिलेगा और हमारे जीवन में उपयोग होने वाली केमिकल मुक्त वस्तुओं का निर्माण भी होगा। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि प्रशिक्षण ले रही सभी महिलाएं महिलायें दो माह में पूरी तरह प्रशिक्षित हो जायेंगी। ट्रेनिंग में समूह की लगभग 30 महिलायें मौजूद रही। प्रशिक्षण ले रही महिलाओं का कहना है कि सभी आइटम मूंज घास से तैयार की जा रही हैं। जो आसपास जंगलो में आसानी से मिल जाती है। प्रशिक्षण के बाद स्वराजेगार कर हम घर बैठ आमदनी कर सकती हैं। यदि मंूज घास से बनने वाले उत्पादों की मार्केटिंग की व्यवस्था हो जाये तो हम इसे बड़े स्तर पर करना चाहेंगे।
रीप परियोजना से ग्रुप मोबिलयिजर हेमा नेगी ने महिलाओं को बताया कि रीप परियोजना का उदद्ेश्य है कि समूह की महिलाएं अपने बिजनेस को बढ़ाये। जिससे उन्हें आमदनी हो सके। पॉलीथिन और प्लास्टिक से बने सामान का उपयोग बन्द हो सके। हेमा नेगी ने कहा कि रीप परियोजना द्वारा ऐसे समूहों को सहयोग दिया जाता है। प्रशिक्षण ले रही महिलाओं में रीता, काजल, रूपा, सुधा, ज्ञानदा, शशीबाला, सुन्दरी, सविता, स्वाति, सिद्धि, भगवती, उर्मिला, चन्द्रवती, प्रियंका, सोनिया, हुक्मों, ममता, तहरून निशा, गौरी देवी, पूनम आदि मौजूद रही।


