तनवीर
कलंक से अधिक है आपातकाल-धन सिंह रावत
हरिद्वार, 26 जून। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर जगजीतपुर स्थित भाजपा जिला कार्यालय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि 1975 में लगाया गया आघातकारी आपातकाल स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक कलंक से कहीं अधिक है। यह इस बात की याद दिलाता है कैसे इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र के ताने बाने को नष्ट करने की कोशिश की थी। आपातकाल के दौरान तत्कालीन सरकार द्वारा आम जनमानस का अंग्रेजों से भी ज्यादा दमन किया गया। लोकतंत्र के चारों स्तंभों को ध्वस्त करते हुए देश में लाखों लोगों की जबरन नसबंदी कर दी गई।
अनेक अखबारों को बंद कर दिया गया। कई हजार पत्रकारों को जेल भेज दिया गया। प्रमुख विपक्षी नेताओं को या तो जेल भेज दिया गया अथवा नजरबंद कर उनका उत्पीड़न किया गया। आज देश की युवा पीढ़ी को काले इतिहास को विस्तार से बताने की आवश्यकता है। जिससे उन्हें मालूम पड़े कि जो लोग विश्व पटल पर जाकर लोकतांत्रिक भारत में लोकतांत्रिक हनन की बात करते हैं। उनका स्वयं का इतिहास कितना बदनुमा और दागदार है। उन्होंने कहा कि आज फिर कांग्रेस के नेता देश की जनता में झूठ फैलाने की बात कर देश में फिर से अराजकता का माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने कहा कि आपातकाल में हरिद्वार के सैकड़ों जनसंघ और आरएसएस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न सरकारी मशीनरी द्वारा किया गया। कार्यकर्ताओं को जेल में यातनाएं सहनी पड़ी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि घर घर जाकर भारतीय लोकतंत्र के काले इतिहास की जानकारी दें। जिससे कि आने वाली पीढ़ी यह तय कर सके कि देश का भविष्य किन हाथों में सुरक्षित रहेगा।
जिला अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ने कहा कि आज से 50 वर्ष पूर्व आपातकाल का दंश संपूर्ण देश को झेलना पड़ा था। राष्ट्रीय स्थिरता बनाए रखने के नाम पर कांग्रेस नेताओं ने गिरफ्तारियां, प्रेस सेंसरशिप और नागरिक स्वतंत्रता के निलंबन का शासन चलाया। भारतीय लोकतंत्र और राजनीति का यह सबसे दुखद दिन था। तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने सत्ता की मनमानी और संविधान का मजाक उड़ाते हुए लोकसभा तक का कार्यकाल छः वर्ष कर दिया था।
इस अवसर पर आपातकाल के समय पीड़ित परिवार ग्र अभिनंदन गुप्ता को सम्मानित किया गया एवं उनके संस्मरणों को सुना गया।
गोष्ठी में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, मेयर किरण जैसल, दर्जाधारी राज्य मंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, पूर्व जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, जिला महामंत्री आशु चौधरी, कार्यक्रम संयोजक अनिल अरोड़ा, मोर्चा प्रदेश महामंत्री ऋषिपाल सिंह, महेंद्र धीमान, अनु कक्कड़, सुशील चौहान, जगपाल सैनी जिला उपाध्यक्ष लाल शर्मा, विकास तिवारी, रजनी वर्मा, प्रीति गुप्ता, मोहित वर्मा, मनोज शर्मा, नकलीराम सैनी, सचिन, निश्चित, सचिन शर्मा, तरुण चौहान, विक्रम भुल्लर, मनीष कुमार, एजाज हसन, मंडल अध्यक्ष विपिन शर्मा, बिंदरपाल, कैलाश भंडारी, अश्वनी कंबोज, रीता सैनी, प्रशांत शर्मा, तुशांक भट्ट, राजेंद्र कटारिया, पवन कपूर, पृथ्वी सिंह राणा, चित्र कुमार सैनी, विवेक चौहान, परमिंदर गिल, यादराम वालिया, मुकुल पाराशर, मंजू रावत, हरविंदर गिल, निशा पुंडीर, हीरा सिंह बिष्ट, सूबे सिंह, तरुण नायर, प्रिंस लोहट, अनिमेष शर्मा, अरुण चौहान, सरिता अमोली, देवेश वर्मा, नाथीराम चौधरी आदि मौजूद रहे।


