प्रतियोगिताएं छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती

Haridwar News
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तनवीर


हरिद्वार, 16 अक्टूबर। आर्य इंटर कॉलेज बहादराबाद के मुख्य सभागार में आयोजित संस्कृत छात्र प्रतियोगिता के दूसरे दिन वरिष्ठ वर्ग की प्रतियोगिताओं का शुभारंभ डॉ हरि गोपाल शास्त्री पूर्व प्राचार्य, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के डॉ हरीश तिवारी, आर्य इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजेंद्र वर्मा, एवं खंड संयोजक राजकुमार वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ हरि गोपाल शास्त्री ने कहा कि प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से छात्र की अंतर्निहित प्रतिभा का निखार होता है। प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करना जरूरी नहीं है बल्कि प्रतिभाग करना जरूरी है उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि संस्कृत को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।

विशिष्ट अतिथि डॉ हरीश तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा प्रतियोगिताओं का आयोजन बहुत ही अच्छी पहल है। संस्कृत आमजन की भाषा बने। प्रतियोगिताएं छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि आने वाले समय में संस्कृत की प्रत्येक प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें जिससे प्रदेश की द्वितीय राजभाषा संस्कृत का प्रचार प्रसार ठीक से हो पाएगा।

वरिष्ठ वर्ग संस्कृत समूहगान में श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय प्रथम, मां आनंदमयी सेवा सदन इंटर कॉलेज मायापुर द्वितीय, श्री जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय सप्तऋषि हरिद्वार तृतीय, संस्कृत समूहनृत्य प्रतियोगिता में श्री राम विद्या मंदिर श्यामपुर प्रथम, श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय द्वितीय, ऋषि इंटर कॉलेज खड़खड़ी तृतीय, वाद विवाद प्रतियोगिता में श्री जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार प्रथम, आचार्य कुलम पतंजलि योगपीठ द्वितीय, श्री जगत्गुरु श्रीचंद भगवान इंटर कॉलेज तृतीय, आशु भाषण प्रतियोगिता में ऋषि संस्कृत महाविद्यालय प्रथम, आर्य इंटर कॉलेज बहादराबाद द्वितीय, श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता में श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय प्रथम, आचार्य कुलम पतंजलि योगपीठ द्वितीय, श्री भारती संस्कृत विद्यालय कनखल तृतीय,समूहनाटक प्रतियोगिता में जगद्देव सिंह संस्कृत महाविद्यालय हरिद्वार प्रथम स्थान पर विजयी रहे।

समापन समारोह पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि डॉ प्रकाश चंद्र पंत ने विजयी प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रतियोगिताओं से समसामयिक विषयों के साथ ही ऐतिहासिक विषयों की जानकारी प्राप्त होती है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्राप्त होता है संस्कृत से संस्कृति का संरक्षण संभव है। इस अवसर पर आर्य इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह वर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत अभिनन्दन किया उन्होंने कहा कि संस्कृत की प्रतियोगिताओं के लिए आर्य इंटर कालेज को चयनित करने के लिए संस्कृत अकादमी का आभार व्यक्त किया।

वरिष्ठ वर्ग की सभी प्रतियोगिताओं के प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी छात्रों को नगद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से खंड संयोजक राजकुमार वर्मा, डॉ बृजेंद्र सिंह देव, डॉ तारा प्रसाद अवस्थी, डॉ कुलदीप पंत, शशि वाला, कुमारी नीलम कोहली, संजना, अचार्य भूपेंद्र, डॉ नवीन पंत आदि उपस्थित रहे।

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