तनवीर
Patanjali yog peeth
हरिद्वार, 9 अगस्त। धराली उत्तरकाशी में आई भीषण आपदा में प्रभावितों की सहायता के लिए पतंजलि योगपीठ ने हाथ बढ़ाया है। पतंजलि योगपीठ के परमाध्यक्ष यांेगगुरू स्वामी रामदेव, महामंत्री आचार्य बालकृष्ण तथा पतंजलि फूड्स के एमडी रामभरत ने शनिवार को 3 ट्रक आपदा राहत सामग्री धराली, उत्तरकाशी रवाना की और सभी देशवासियों से आपदा प्रभावितों की सहायता के लिए आगे आने का आह्वान किया।
स्वामी रामदेव ने कहा कि इस त्रासदी में जो जीवन समाप्त हो गए उन्हें तो कोई लौटा नहीं सकता। लेकिन बाढ़ से बहुत ज्यादा प्रभावित लगभग 500 परिवारों की सहायता के लिए रोजमर्रा की जरूरत की चीजें आटा, चावल, दालें, नमक, मसाले, बरसात से बचने के लिए तिरपाल, बर्तन, टूथपेस्ट, ब्रश, साबुन आदि हर्षिल, धराली रवाना की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मौसम की अनुकूलता होने पर आपदा पीड़ितों की और मदद की जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ-साथ बड़ी स्वदेशी कम्पनियों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ये कंपनियां उत्तराखंड में केवल पैसा कमाने आती हैं जबकि आपदा के समय इन्हें मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाना चाहिए।
स्वामी रामदेव ने कहा कि उत्तराखण्ड में कच्चे पहाड़ हैं जो दरकते रहते हैं। लोगों ने भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नदियों के किनारे और पहाड़ से आने वाले झरनों और नालों के किनारे तलहटी में आबादी बसाई हुई है। इस लिए विचार करना होगा कि उत्तराखण्ड की बसावट कैसी हो, ताकि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जनहानि न हो और बार-बार आपदाओं व त्रासदियों का सामना न करना पड़े। हमें पुनः आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि रक्षाबंधन का अर्थ है कि हम हमारी बहनों या समाज के किसी भी व्यक्ति की रक्षा अपनी सामर्थ्य के अनुसार कर पाएं। उत्तराखण्ड में भयानक भयानक आपदा में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं। आपदा के बाद से पतंजलि परिवार शासन-प्रशासन व जमीनी स्तर पर संपर्क बनाए हुए है। करीब 500 परिवार इस भयानक त्रासदी में बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। उन्हें लक्ष्य में रखकर प्रारंभिक तौर पर आवश्यक सामग्री रवाना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी पतंजलि आपदा की घड़ी में देशवासियों के साथ खड़ा रहा है। इस आपदा के समय में भी पतंजलि प्रभावितों के साथ है।
इससे पूर्व पतंजलि योगपीठ में श्रावणी उपाकर्म, रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। जिसमें रेनू श्रीवास्तव, साध्वी देवप्रिया, डा.ऋतम्भरा शास्त्री, अंशुल, पारूल के साथ पतंजलि गुरुकुलम् व आचार्यकुलम् की छात्राओं तथा संन्यासिनी बहनों ने स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण को राखी बांधकर रक्षा का आशीर्वाद लिया। साथ ही पतंजलि गुरुकुलम् तथा आचार्यकुलम् के छात्र-छात्राओं का उपनयन संस्कार कराया गया।


