शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के अध्यक्ष एवं महामंत्री ने की सड़क निर्माण कराने की मांग

Haridwar News
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तनवीर


जर्जर और गढ्ढों में तब्दील हो चुकी सड़क पर हो रही दुघर्टनाएं-विपिन गुप्ता
हरिद्वार, 1 नवम्बर। शहर व्यापार मंडल ज्वालापुर के अध्यक्ष विपिन गुप्ता एवं महामंत्री विक्की तनेजा ने उत्तराखंड सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन देकर हरिलोक तिराहे से सराय गाँव होते हुए एकड़ तक जाने वाली 3 किमी सड़क का निर्माण कराने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान विपिन गुप्ता ने कहा कि ज्वालापुर के हरिलोक तिराहे से होकर सराय गांव होते हुए एकड़ तक जाने वाली सड़क लगभग चार वर्षों से अत्यंत जर्जर अवस्था में है। सड़क पर गहरे-गहरे गड्ढे बन चुके हैं। जिससे प्रतिदिन आने-जाने वाले वाहन चालकों को भारी असुविधा और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ रहा है। विपिन गुप्ता ने बताया कि सड़क सिंचाई विभाग उत्तराखंड के अधीन आती है। वर्ष 2019 में जब स्वीडन के राजा सराय गांव में कूड़ा प्लांट के शिलान्यास हेतु आए थे, तब औपचारिकता हेतु सड़क की ऊपरी सतह को अस्थाई रूप से ठीक किया गया था।

इसके पश्चात् विभाग द्वारा अब तक कोई स्थायी मरम्मत या निर्माण कार्य नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि विभाग से कई बार पत्राचार, सीसीआर बैठक तथा अन्य माध्यमों से अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। गत वर्ष शासन-प्रशासन द्वारा सड़क निर्माण के लिए लगभग 12 लाख की धनराशि स्वीकृत की गई थी। जिसके अंतर्गत केवल गड्ढों में मलबा व बजरी डालकर अस्थाई सुधार किया गया। लेकिन पहली ही बरसात में सड़क पुनः पहले जैसी हो गई।

उन्होंने कहा कि अगस्त 2023 में विभाग के सहायक अभियंता ने आश्वासन दिया था कि बरसात के बाद सड़क का पूर्ण निर्माण कार्य किया जाएगा। लेकिन वर्ष 2025 की बरसात बीत जाने के बाद भी न तो सड़क का निर्माण हुआ और न ही स्थायी मरम्मत। केवल कुछ स्थानों पर पैच वर्क कर दिया गया और टायल लगाया गयी। टायल के कुछ हिस्से को छोड़कर बाकी सब पैच वर्क अब फिर से उखड़ चुका है और सड़क की स्थिति पहले से अधिक गंभीर है।
महामंत्री विक्की तनेजा बताया कि यह सड़क 80 से अधिक गांवों को जोड़ती है तथा 30 से अधिक आवासीय कालोनियां इसी मार्ग पर स्थित हैं। चार विद्यालय और अनेक व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी इसी मार्ग के आसपास हैं। सड़की बदहाली के चलते आए दिन ई-रिक्शा पलटने व दोपहिया वाहन घटनाएं आम हो चुकी हैं। बरसात के समय गड्ढों में पानी भर जाने से सड़क की वास्तविक स्थिति दिखाई नहीं देती, जिससे गंभीर दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि जनता विगत चार वर्षों से जर्जर सड़क के कारण भारी असुविधा झेल रही है। विशेष रूप से मरीजों और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने में अत्यधिक कठिनाई होती है। गड्ढा मुक्त सड़क के सरकारी आदेशों के बावजूद लगभग 3 किलोमीटर का मार्ग अब तक यथावत टूटा हुआ पड़ा है। इसलिए जनहित मंें सड़क का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाए।

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