राकेश वालिया
हरिद्वार, 6 अगस्त। श्री दक्षिण काली मंदिर में शिव साधना कर रहे निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने उत्तरकाशी के धराली में आयी प्राकृतिक आपदा से हुई जानमाल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए भगवान शिव से मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में उनकी गहरी संवेदनाएं पीड़ितों के साथ हैं। धराली में हुई घटना बेहद दुखद है। हादसे में कई परिवारों ने अपने परिजनों को खो दिया है और पूरी तरह तबाह हो गए हैं। ऐसे में सभी को पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए। केंद्र व राज्य सरकार को भीषण प्राकृतिक आपदा में अपना सबकुछ खो देने वाले पीड़ितों को अधिक से अधिक मुआवजा देना चाहिए।
स्वामी कैलाशानंद गिरी ने कहा कि लगातार आ रही प्राकृतिक आपदाएं भविष्य के लिए संभल जाने का संकेत भी दे रही हैं। आपदाआेंं को रोकने के लिए पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संतुलन को पुनः स्थापित करने के लिए समग्र प्रयास करने होंगे। जिसमें सरकार के साथ आमजन को भी पूरे मनोयोग से अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्य के स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आपदा में जान गंवाने वालों की आत्मा की शांति के लिए गुरूदेव ने महादेव शिव का विशेष पूजन किया और उन्हें शिवधाम में स्थान देने की प्रार्थना की।


