तनवीर
करंट फैलने की अफवाह के बाद हुई भगदड़
मुख्यमंत्री ने दिए घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
सरकार की और से मृतकों को 2-2 लाख, घायलों को 50-50 हजार देने की घोषणा
मनसा देवी ट्रस्ट देगा मृतकों को 5-5 लाख और घायलों को 1-1 लाख
हरिद्वार, 27 जु लाई। मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ से हुई दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हो गयी और 28 लोग घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल हुए 15 लोगों को एम्स रेफर किया गया है। पांच घायलों का मेला अस्पताल में और बाकी घायलों का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। घटना सवेरे लगभग नौ बजे की है। मनसा देवी मंदिर जाने वाले सीढ़ी मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच बिजली का तार टूटने और करंट फैलने की अफवाह के बाद श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गयी। भगदड़ में कई लोग घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और 35 घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। जहां उपचार के दौरान 6 लोगों की मौत हो गयी। गंभीर रूप से घायल हुए 15 लोगों को चिक्तिसकों ने एम्स ऋषिकेश रैफर कर दिया। पांच लोगों को मेला अस्पताल भेजा गया। शेष आठ लोगों का जिला अस्पताल में ही उपचार किया जा रहा है। मृतकों और घायलों में अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश के हैं। हादसे में एक 12 वर्षीय किशोर और एक महिला की भी मौत हुई है।
हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, मण्डल आयुक्त विनय शंकर पांडे, आईजी राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल सहित तमाम अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना।
मुख्यमंत्री ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच और मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रूपए मुआवजा और घर तक जाने के लिए वाहन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट की और से भी मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 1-1 लाख रूपए देने की घोषणा की है। मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि घटना बेहद दुखद है।
हादसे के दौरान मौके पर मौजूद रहे उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद के मिलक निवासी पेशे से अध्यापक प्रदीप सिंह ने बताया कि उनके साथ आए एक बच्चे की मौत हो गयी है। मंदिर परिसर में अव्यवथाओं का बोलबाला है। परिसर का अधिकांश हिस्सा दुकानदारों ने घेरा हुआ है। श्रद्धालुओं के लिए काफी कम स्थान बचा हुआ है। सुरक्षा की कोई व्यवस्था दिखाई नहीं दी। प्रदीप सिंह ने बताया कि मंदिर परिसर में भीड़ नियंत्रण के लिए उचित व्यवस्था की जाए। उत्तर प्रदेश के पदपुरी रामपुर निवासी तेजपाल ने बताया कि उनकी बहन और भांजी घायल हुई हैं।


