तनवीर
हरिद्वार, 25 अक्तूबर। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा आदि कैलाश पर्वत तथा ओम पर्वत के दर्शन व पूजा अर्चना कर सफलतापूर्वक माया देवी मंदिर लौट आयी।
बृहष्पतिवार की देर शाम महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद गिरि महाराज, छड़ी महंत श्रीमहंत पुष्कर गिरी, श्रीमहंत पशुपति गिरी, श्रीमहंत रतन गिरी, श्रीमहंत आकाश गिरी, श्रीमहंत रूद्रानंद गिरी के नेतृत्व में पवित्र छड़ी यात्रा के पौराणिक मंदिर माया देवी जूना अखाड़ा पहुंचने पर अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरी गिरी महाराज, वरिष्ठ सभापति श्री महंत प्रेम गिरि महाराज, मनकामेश्वर मठ लखनऊ के पीठाधीश्वर महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत महाकाल गिरी ने ढोल नगाड़ो के साथ स्वागत किया तथा पवित्र छड़ी को श्री आनंद भैरव तथा अधिष्ठात्री देवी माया देवी की पूजा अर्चना के पश्चात मंदिर में प्रतिष्ठित कर दिया।
उत्तराखंड के समस्त तीर्थो के भ्रमण के दौरान पवित्र छड़ी के चीन तिब्बत नेपाल सीमा के प्रथम गांव गुंजी पहुंचने पर ग्राम प्रधान रमेश कुटियाल, नाभि ग्राम में वीरेंद्र नबीयाल तथा ग्राम कोटि में सरोज कुडियाल ने स्थानीय भोटिया बोक्सा जनजातियों के लोगों के साथ जोरदार स्वागत किया। सभी स्थानों पर पहली बार पहुंची पवित्र छड़ी तथा नंगे पांव चलते नागा संन्यासियों को देख स्थानीय नागरिकों के साथ श्रद्धालु तीर्थ यात्री भी अत्यंत रोमांचित थे।


