तनवीर
पहाड़ मैदान के लोगों ने दिया एकता का संदेश
हरिद्वार, 10 नवम्बर। पर्वतीय मैदानी एकता मंच की बैठक का आयोजन सुभाषनगर में किया गया। बैठक के दौरान पवन ठाकुर समिति के जिलाध्यक्ष, बिक्रमजीत सिंह प्रदेश मीडिया प्रभारी, सागर ठाकुर जिला मीडिया प्रभारी, सुरेंद्र ठाकुर संगठन मंत्री नियुक्त किए गए। पर्वतीय मैदानी एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट पीके अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड में रहने वाले सभी उत्तराखंडी हैं। लेकिन कुछ लोगों द्वारा पर्वतीय और मैदानी लोगों के बीच खाई खोदने का काम किया जा रहा है। इससे गलत संदेश जा रहा है।
मंच सभी को एकजुट करेगी और किसी को भी समाज में दरार डालने का काम नहीं करने देगी। उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने और एकता का संदेश देने के लिए 16 नवम्बर को हरकी पैड़ी से ललतारौ पुल तक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सब एक हैं, उत्तराखंड एक है, इसे कोई बांट नहीं सकता। सरकार को भी इस संबंध में अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए।
मंच की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह ने बताया कि कुछ लोग पर्वतीय और मैदानी के बीच खाई को बड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं। पर्वतीय मैदानी एकता मंच उस खाई को भरने का काम करेगी और मूल निवास का मुद्दा भी सरकार के सामने रखा जाएगा। किरण सिंह ने कहा कि गंगा का पानी रोकने और मैदानी विधायकों को उत्तराखंडी नहीं हैं, जैसे भउ़काउ बयान देने वाले विधायकों पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। किरण सिंह ने कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर उनसे इस्तीफा ले लिया गया था। लेकिन मैदानी लोगों पर जो कीचड़ उछाला गया है। वह भी बर्दाश्त से बाहर है।
हरिद्वार की आवाज है कि मैदान का अपमान करने वालों को माफी मांगनी पड़ेगी या अपने पद से इस्तीफा देना पड़ेगा। सरकार को भी इसमें मौन नहीं रहना चाहिए और चुप्पी तोड़नी ही पड़ेगी।
जिलाध्यक्ष पवन ठाकुर ने कहा कि मंच पर्वतीय और मैदान के लोगों में फर्क नहीं करती। मंच के सदस्य सभी को आपस में जोड़कर चलते हैं। आने वाले समय में जनता ऐसे नेताओं को जवाब देगी। जनता सरकार से त्रस्त है और जो भेदभाव की नीति अपनाई जा रही है। उसका सड़क पर विरोध होगा। किसी को भी बांटने की राजनीति नहीं करने दी जाएगी। राज्य निर्माण में सभी का योगदान रहा है।
बैठक में राजेंद्र पाराशर, किरण सिंह, अरुणा शर्मा, लव दत्ता, जितेंद्र चौधरी, विक्रमजीत सिंह, सर्विंद्र कुमार, जितेंद्र शर्मा, नदीम, महावीर चौधरी, सतीशचंद्र गर्ग, वंदना गुप्ता, चंद्रमा प्रसाद आदि मौजूद रहे।


