वसुधा वंदन के साथ होगा शताब्दी महोत्सव का शुभारंभ-डा.चिन्मय पण्ड्या

Haridwar News
Spread the love

तनवीर


हरिद्वार 2 दिसम्बर। 19 से 23 जनवरी तक बैरागी कैंप में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के तत्त्वावधान में भव्य शताब्दी महोत्सव मनाया रहा है। अखिल विश्व गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा की जन्म शताब्दी तथा युगऋषि पं.श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा प्रज्वलित दिव्य अखंड दीप के 100 वर्ष और आचार्य के साधना काल के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित किए जा रहे शताब्दी महोत्सव के लिए चयनित भूमि पर 4 दिसम्बर को वसुधा वंदन का आयोजन किया जा रहा है।

वसुधा वंदन कार्यक्रम मुख्य अतिथि राज्यपाल गुरमीत सिंह, शांतिकुंज की अधिष्ठात्री शैलदीदी, अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि डा. चिन्मय पण्ड्या की उपस्थिति सम्पन्न होगा।
देवसंस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज में पत्रकारों को जानकारी देते हुए चर्चा डा.चिन्मय पण्ड्या ने बताया कि वर्ष 2026 में तीनों महत्वपूर्ण दिव्य घटनाओं के शताब्दी वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। यह शताब्दी वर्ष केवल गायत्री परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए विचार क्रांति और अध्यात्मिक पुनर्जागरण का वर्ष होगा। उन्होंने बताया कि रज वंदन कार्यक्रम इसी विराट संकल्प का प्रथम चरण है।

इस अवसर पर देश-विदेश से आए हजारों गायत्री साधक और कार्यकर्त्ता बैरागी द्वीप की रज को माथे से लगाकर गुरुसत्ता के प्रति अपनी अगाध श्रद्धा, समर्पण और संकल्प को दोहराएंगे। डा.पंडया ने बताया कि युगऋषि पं श्रीराम शर्मा आचार्य ने अपनी महान तप और साधनाओं के माध्यम से विचार क्रांति अभियान की आधारशिला रखी थी। हरिद्वार की यह धरा अनेक ऋषियों और संतों की तपस्थली रही है और यहीं से आचार्य ने जन-जन के कल्याण के लिए युग निर्माण योजना का विस्तार किया।

उन्होंने बताया कि यह समारोह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि इस महाभियान का शुभारंभ है, जो मनुष्य के जीवन में विचार क्रांति की अनेक संभावनाओं को साकार करने का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने बताया कि इस विराट आयोजन में शांतिकुंज और देव संस्कृति विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रतिनिधिग, देश- विदेश से अनेक परिजन, आध्यात्मिक क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्तियों सहित अनेक महत्वपूर्ण लोग शामिल होंगे। इस अवसर पर प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेन्द्र चौधरी, महासचिव दीपक मिश्रा, डा. राधिका नागरथ सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *