तनवीर
हरिद्वार, 9 दिसम्बर। धर्मनगरी हरिद्वार में विश्व प्रसिद्ध हरकी पैड़ी के अलावा चंडी देवी और मनसा देवी मंदिर जैसे कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। हालांकि इनके अलावा भी तमाम ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जो अल्पज्ञात है। पर्यटन विभाग इन सभी धार्मिक स्थलों और मंदिरों तक श्रद्धालुओं और पर्यटकों को पहुंचाने के लिए नई योजना पर काम कर रहा है।
जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि हरिद्वार यूं तो कई मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन यहां शहरी क्षेत्र के अलावा जंगलों और ग्रामीण इलाकों में कई ऐसे पौराणिक मंदिर है।
जिनके बारे में लोग जानते तो हैं। लेकिन उन तक पहुंचना आसान नहीं होता। ऐसे मंदिरों तक श्रद्धालु की पहुंच बनाने के लिए पर्यटन विभाग एक रूट बना रहा है। जिसे अल्प ज्ञात तीर्थ स्थल यात्रा का नाम दिया गया है। अधिकारियों की ओर से कुछ ऐसे मंदिरों को चिन्हित किया गया है, जो शहर से अलग जंगल और ग्रामीण इलाकों में बसे हुए हैं। इन मंदिरों का इतिहास पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। पर्यटन विभाग संगठित रूप से श्रद्धालुओं को इस यात्रा से जोड़ेगा।
अल्प ज्ञात मंदिरों और धार्मिक स्थलों को नई पहचान मिलने की योजना से उन मंदिरों से जुड़े लोग और आम श्रद्धालु भी संतुष्ट नजर आ रहे हैं। पुजारी शिवकुमार मिश्रा का कहना है कि जो मंदिर प्रसिद्ध होते हैं और जहां पहुंचना आसान है वहां तो भीड़ लगी रहती है। लेकिन पौराणिक महत्व वाले मंदिरों के बारे में भी श्रद्धालुओं को जानना चाहिए और उनके इतिहास से जुड़ना चाहिए। इससे इन मंदिरों से जुड़े लोगों को रोजगार के नजरिए से भी फायदा होगा।
तीर्थ नगरी हरिद्वार यूं तो तमाम मंदिर, मठों और प्राचीन धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु तमाम मंदिरों के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में पर्यटन विभाग की योजना अगर परवान चढ़ती है तो श्रद्धालुओं की फेहरिस्त में कई और पौराणिक मंदिर भी शामिल हो जाएंगे।


