अमरीश
हरिद्वार, 5 फरवरी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व शहीदों की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए रविवार से शुरू हुए ‘दस बजे दस मिनट अपने पूर्वजों के नाम’ अभियान के तहत स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी, महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी, उपाध्यक्ष मुरली मनोहर, सुभाष घई, शहीद जगदीश वत्स के भांजे तथा वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार डा.श्रीगोपाल नारसन एडवोकेट, उत्तराखंड आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति डा.सुनील जोशी, उत्तराखण्ड स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन के उपाध्यक्ष ललित पन्त आदि ने नगर कोतवाली के सामने स्थापित स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ पर ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत गाकर अपने पूर्वज स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
प्रैस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए जितेंद्र रघुवंशी ने बताया कि 5 फरवरी से यह कार्यक्रम देश भर में शुरू किया गया है। जिसके तहत प्रत्येक माह के पहले रविवार को 10 बजे 10 मिनट संकल्प के साथ स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को नमन करते हुए उनका स्मरण किया जाएगा। रघुवंशी ने बताया कि इसका उद्देश्य यह है कि हम अपने पूर्वज स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों के बलिदान को याद रखें, उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करें। जिससे आने वाली पीढ़ियां भी उनसे प्रेरणा लेती रहें तथा उनका बलिदान कभी भी विस्मृत न होने पाए। वरिष्ठ पत्रकार डा.श्रीगोपाल नारसन ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए देश भर से स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों के पद रज संग्रह का अभियान भी चलाया जा रहा है।
देशभर से स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों की पद रज को एकत्रित करके उन्हें जनपद वार कलश में स्थापित किया जाएगा तथा एक निर्धारित तिथि को यह सभी कलश दिल्ली में एक राष्ट्रीय स्मारक में संग्रहीत किए जाएंगे। दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता सेनानी स्मारक बनाने की मांग पहले ही केन्द्र सरकार से की जा चुकी है। संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार सैनी ने बताया कि अभी भी हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों एवं शहीदों का इतिहास पूरी तरह से नहीं लिखा गया है तथा न ही इस ओर किसी ने प्रयास किया है। अब देश भर में फैले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संगठनों ने यह बीड़ा उठाया है कि वह पद रज संग्रहीत करने के साथ-साथ सभी स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों के चित्र व उनका संक्षिप्त जीवन परिचय भी प्राप्त करेंगे तथा सभी स्वतंत्रता सेनानियों, शहीदों के परिचय को सचित्र एक स्मारिका के रूप में जनपद वार देशभर में प्रकाशित कराया जाएगा।
बाद में इन स्मारिकाओं को पावन रज कलश के साथ ही दिल्ली के प्रस्तावित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मेमोरियल में स्थापित किया जाएगा। उत्तराखंड स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी संगठन के उपाध्यक्ष ललित कुमार पन्त ने कहा कि इससे सेनानी परिवारों में जागरूकता आएगी।