विडियो :-किसानों की समस्याओं का समाधान करने में विफल साबित हो रही सरकार-अंबावता

Haridwar News
Spread the love

राकेश वालिया


किसानों की लड़ाई न्याय की लड़ाई है-अवतार सिंह भड़ाना
हरिद्वार पहुंची किसान चेतना यात्रा का किसानों ने किया स्वागत

हरिद्वार, 14 फरवरी। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता के नेतृत्व में नई दिल्ली से हरिद्वार तक निकाली गयी किसान चेतना यात्रा का मंगलवार को हरकी पैड़ी पर समापन हुआ। नई दिल्ली से हरिद्वार तक यात्रा का कई स्थानों पर किसानों ने जोरदार स्वागत किया। हरकी पैड़ी पर यात्रा का समापन करते हुए चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि पूरे देश में निकाली जा रही किसान चेतना यात्रा का उद्देश्य किसानों को जागरूक करना है। सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने में विफल साबित हो रही है। गन्ने का भुगतान नहीं हो रहा हैं,

जमीन अधिग्रहण का मुआवजा नहीं मिल रहा है। अपने हक के लिए आवाज उठाने वाले किसानों, नोजवानों को जेल भेजा जा रहा है। सरकार के रवैये के विरूद्ध आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है। जहां भी किसानों पर अत्याचार होगा। भाकियू अंबावता किसानों के साथ खड़ी होकर आंदोलन करेगी। हरिद्वार में गंगा मां का आशीर्वाद लेकर आंदोलन की शुरूआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों का उत्पीड़न सहन नहीं किया जाएगा। पूर्व विधायक अवतार सिंह भड़ाना के साथ 20 फरवरी को दिल्ली में किसानों की बड़ी पंचायत का आयोजन किया जा रहा है। पंचायत में किसानों के हित में काम करने वाले किसानों नेताओं को आमंत्रित किया जा रहा है।

सभी से राय मशविरे के पश्चात केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा और यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो किसान सरकार को उखाड़ फेकेंगे। उन्होंने बताया कि 2ं1 फरवरी को किसान चेतना यात्रा को लखनऊ के लिए रवाना किया जाएगा। पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने कहा कि चैधरी ऋषिपाल अंबावता के नेतृत्व में किसानों की लड़ाई लड़ी जा रही है। किसानों की लड़ाई न्याय की लड़ाई है। देश में बेरोजगार युवा और किसान सर्वाधित पीड़ित हैं। सरकार युवा वर्ग और किसानों की समस्याओं के प्रति संवदेनशील नहीं है। सरकार को जगाने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर संघर्ष किया जाएगा। देहरादून में बेरोजगार युवाओं पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि केदारनाथ और जोशीमठ आपदा से सीख लेने की जरूरत है।

इस दौरान अवतार सिंह भड़ाना, रश्मि चैधरी, विकास प्रधान, अरूण बैंसला, राव सद्दाम, सोनू त्यागी, सागर सिंह, सुभाष चौधरी, अमित कसाना, हाजी याकूब, मौहम्मद हारून, अनीस गाजी, जितेंद्र चैधरी, चैधरी सागर सिंह, रमन सिंह, ओमकार भाटी, अशोक भाटी, दिनेश वालिया, मनोज प्रधान सहित सैकड़ों की संख्या में किसान शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *