पतंजलि ने नागपुर में स्थापित किया एशिया का सबसे बड़ा संतरा प्रोसेसिंग प्लांट

Haridwar News
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तनवीर


हरिद्वार, 7 मार्च। पतंजलि द्वारा मिहान नागपुर में स्थापित पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क में संतरा प्रोसेसिंग एशिया का सबसे बड़ा प्लांट होगा। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने मिहान नागपुर में प्रेसवार्ता में जानकारी देते हुए इस धरा से पतंजलि की नवकृषि क्रांति के द्वारा देश के किसानों की समृद्धि के द्वार खोले जाएँगे। उन्होंने बताया कि यह प्लांट फूड प्रोसेसिंग का सिंगल प्वाइंट व एशिया की सबसे बड़ी यूनिट है।

प्लांट का विधिवत उद्घाटन केंद्रीय कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस रविवार 9 मार्च को करेंगे। प्लांट शुरू होने पर क्षेत्र, किसानों व कृषि व्यवस्था की सूरत हम बदलकर रहेंगे, यह हमारा संकल्प है। आचार्य ने बताया कि प्लांट की प्रतिदिन 800 टन प्रोसेसिंग क्षमता है। जिसमें ए ग्रेड के साथ-साथ बी व सी ग्रेड के संतरे, प्री-मैच्योर उत्पादन, आंधी से टूटकर गिरने वाले संतरे को भी प्रोसेस करते हैं। यह प्लांट जीरो वेस्टेज सिस्टम पर काम करता है।

हमारा कार्य संतरे के छिलके से प्रारंभ होता है। जिसमें हम संतरे के छिलके से वॉलिटाइल तथा फ्रेगरेंस ऑयल निकालते हैं। इसके लिए हमने विदेशी तकनीक और पूरे सिस्टम पर रिसर्च की। क्योंकि इतना बड़ा प्लांट केवल जूस के भरोसे पर नहीं चलाया जा सकता। हमने इसके बॉय प्रोडक्ट्स पर भी फोकस किया। इस प्लांट को धरातल पर आपके सामने लाने में हमारा काफी समय व पुरुषार्थ लगा। इस क्षेत्र के प्रत्येक गांव का लगभग प्रत्येक किसान हमारे संपर्क में है, साथ ही कुछ प्रतिभाशाली व्यक्ति भी हमारी दृष्टि में हैं।

हमारी प्राथमिकता स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान करने तथा स्थानीय किसानों को समृद्धशाली बनाने की है। प्रधानमंत्री का स्वप्न है कि स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाकर देश में मैनपॉवर स्किल तैयार की जाए। उसमें पतंजलि ही अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि प्लांट में आधुनिक मापदण्डों के आधार पर पूरा एडवांस सिस्टम है जिसमें पैकेजिंग लाइन, टैक्नोपैक से लेकर एडवांस रिसर्च लैब्स शामिल हैं। हमारे उत्पादों की गुणवत्ता टॉप क्लास है, हमारे लिए पूरा विश्व बाजार खुला है। लेकिन हमारी प्राथमिकता देश के लोगों को एक्सपोर्ट क्वालिटी के बेहतरीन उत्पाद उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि रॉ-मैटिरियल की उपलब्धता के आधार पर यहाँ संतरा, लाइम, आंवला, अनार, अमरूद, अंगूर, लौकी, गाजर का जूस, आम व संतरे का पल्प तथा ऑनियन, टमाटो का पेस्ट भी बनाया जाएगा।

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