कमल खडका
हरिद्वार, 3 मई। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष व सामाजिक कार्यकर्ता सुनील सेठी ने शिक्षा मंत्री से निजी स्कूलों की फीस पर अंकुश लगाने की मांग करते हुए अभिवावकों को राहत देने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में सुनील सेठी ने कहा कि जैसे तैसे अभिवावकों ने 2020 में बंद स्कूलों की फीस जमा करवाई। लेकिन अब हालात पिछले वर्ष से भी बहुत खराब हैं। व्यापार चौपट होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे अभिभावक बच्चो की शिक्षा को लेकर चिंतित हैं।
परेशान अभिभावक पिछले वर्ष से ही सरकार से स्कूलों की फीस माफ करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया। जो कि सीधा सीधा निजी स्कूलों के दवाब में सरकार की हठधर्मिता को दर्शाता है। अब भी अभिवावकों द्वारा स्कूलों की फीस माफी की मांग की जा रही है। यदि सरकार फीस माफ नहीं करा सकती तो कम से कम जितने घण्टे ऑनलाइन क्लास चल रही है उस हिसाब से ही फीस निर्धारित करें। क्योकि टयूशन फीस चार्जेस के नाम पर पिछले वर्ष की पूरी फीस स्कूलों द्वारा वसूली गई और नाम ट्यूशन फीस का किया। सभी जानकारी होने के बाद भी सरकार कुंभकर्णी नींद में सोई रही। अन्यथा कोरोना काल में भी निजी स्कूलों की मनमानी रोकने में असफल शिक्षा मंत्री इस्तिफा दें।