तनवीर
हरिद्वार, 22 अप्रैल। उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड के पेंशनर्स ने सिटी मेजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एनटी प्रताप सिंह के माध्यम से 9 सूत्रीय मांगों से सम्बंधित ज्ञापन प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्रीयों को प्रेषित किया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड से सेवनिवृत्त राजकीय पेंशनर सिटी मेजिस्ट्रेट कार्यालय पर एकत्र हुए और जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। ज्ञापन में आठवा केंद्रीय वेतन आयोग शीघ्र गठित कर सातवें वेतन आयोग की तरह पेंशन पुनरीक्षण को भी शामिल करने, पेंशन संशोधन संबंधी वित्त विधेयक निरस्त करने, पेंशनर संगठनों के विचार वेतन आयोग की संदर्भित शर्तों में पेंशन को शामिल करने, महंगाई भत्ते और राहत के आदेश एक साथ जारी करने, राशिकारण कटौती अवधि 15 से घटाकर 10 वर्ष करने, पुरानी पेंशन बहाल कर एनपीएस में की गई कटौती को जीपीएफ में बदलने, 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पर 5 प्रतिशत पेंशन बढ़ोतरी, कोरोना काल का रोका गया डीए और डीआर भुगतान करने, पेंशनर की चिकित्सा देखभाल के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा नीति बनाकर निःशुल्क कैशलेस सुविधा देने, 30 जून व 31 दिसम्बर को रिटायर कार्मिकों को सेवनिव्रत्ति के दिन से एरियर सहित काल्पनिक वेतन वृद्धि देने की मांग की गई है। वयोवृद्ध पेंशनर रामकुमार अग्रवाल और रामेश्वर दयाल अग्रवाल की संयुक्त अध्यक्षता और जेपी चाहर के संचालन में हुई सभा मे रिटायर कोषाधिकारी अनिरुद्ध शर्मा ने लोकसभा में पारित वित्त विधेयक 2025 को पेंशनर हितों के खिलाफ बताते हुए जरूरत पड़ने पर जोरदार आंदोलन करने की चेतावनी दी। संयोजक जेपी चाहर चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पेंशन से छेड़छाड़ बन्द नहीं की गयी तो देवभूमि उत्तराखण्ड से पेंशन आंदोलन को धार दी जाएगी। प्रदर्शन और ज्ञापन देने वालों में जीपीडब्लूओ के अध्यक्ष वीके गुप्ता, अशोक गुप्ता, बीपी चौहान, प्रा.उपाध्यक्ष एलसी पांडेय, आरसी पांडे, सुखवंश सिंह, पंकज गुप्ता, भूपेंद्र चौहान, नरेंद्र तेवतिया, नवरत्न मुयाल, बीएस राणा, रवेंद्र कुमार, ओपी यादव, रामसरीख, अनिरुद्ध शर्मा, अतर सिंह, रमेश पंत, डा.लोकेश कुमार, पवन कुमारी, रमेश पंत, सुधा त्यागी, अंजुम आरा, शीशपाल, सुरेशचंद, सुशील सैनी, गीता शर्मा, कमलेश सिंह, अमृतकौर, विमल प्रताप सिंह, ब्रजपाल शर्मा, कुंदनसिंह बिष्ट, आरसी गुलाटी, महेश गुप्ता, नंदकिशोर भट्ट, नरेंद्र राम, ईपीके सिंह, सुदामा प्रसाद, एचसी पांडेय, आरके अग्रवाल, आरडी अग्रवाल, श्याम सिंह, बीपी सिंह सैनी, सुशील, राकेश श्रीवास्तव, शिवकुमार शर्मा, विजय शर्मा आदि पेंशनर शामिल रहे।