किसानों की दशा सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए सरकार-धर्मेन्द्र सिंह
हरिद्वार, 13 जून। भारतीय किसान यूनियन धर्मेद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार की तमाम घोषणाओं के बावजूद देश का किसान संकट में है। उपज का सही दाम नहीं मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है। महंगाई और कर्ज के बोेझ तले दबा किसान अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। अलकनंदा मैदान में आयोजित किसान महापंचायत के दौरान धर्मेन्द्र सिंह ने संगठन का 11 सूत्रीय मांग पत्र जारी करते हुए कहा कि किसानों की दशा सुधारने के लिए सरकार तत्काल प्रभावी कदम उठाए। कहा कि स्वामी नाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाए।
साठ वर्ष की आयु पूरी कर चुके किसानों को 5 हजार रूपए महीना पेंशन दी जाए। खेती के लिए लिया गया सभी कर्ज माफ किया जाए। मजदूर व किसानों तथा भूमिहीनों की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके परिजनों को आर्थिक मदद दी जाए। किसानों की उपज की शत प्रतिशत खरीदने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर व्यवस्था की जाए। कीटनाशक दवाओं, उर्वरक और बीज की कीमतों में की गयी वृद्धि को वापस लिया जाए। किसानों के निजी वाहनों को टोल फ्री किया जाए। तहसील दिवस पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए जाएं। अन्य देशों में लागू व्यवस्था के अनुसार भारत में भी किसानों को कृषि के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रति एकड़ 10 हजार रूपए अनुदान दिया जाए।
किसान क्रेडिट कार्ड की बीमा राशि का भुगतान तुरंत किया जाए। ऑनलाईन होने वाली किसानों की समस्याओं का तुरंत समाधान किया जाए। भ्रष्ट अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए। महापंचायत के पश्चात धमेंद्र कुमार सिंह ने अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया।
इकबाल शंकर पांडे, राकेश सिंह, कुलदीप यादव, मायाराम यादव, गिरीश द्विवेदी, अंजनी मिश्रा, महेंद्र लोधी, लालू शर्मा, दिनेश कुमार, मंशाराम यादव, चंद्रकला देवी, राजकुमारी, शीला देवी, निर्मल कुमार शुक्ला, विनोद मिश्रा, नीरज तिवारी, गुड़डू प्रधान, भोले चौहान, प्रमोद चौहान, गोमती, सतीश कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।


