प्रमोद गिरी
हरिद्वार, 1 मार्च। उत्तरी हरिद्वार की प्रख्यात धार्मिक संस्था स्वामी जगन्नाथ धाम भीमगोडा मे साकेतवासी श्रीमज्जगदगुरू रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज की द्वितीय पुण्यतिथि पर तीर्थ नगरी के सन्त समाज व गणमान्य नागरिकों ने श्रद्वांजलि अर्पित की। इस अवसर पर निर्मल अखाड़े के श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने आजीवन धर्म संस्कृति की रक्षा व सन्त समाज को एकजुट करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी यश कीर्ति को उनके सुयोग्य शिष्य महंत अरुणदास व महंत लोकेश दास महाराज लगातार बढ़ा रहे हैं।
बाबा हठयोगी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमज्जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज का समूचा जीवन समाज व देश को समर्पित रहा है। उन्होंने अपने जीवनकाल मे ऊंच नीच का भेद मिटाकर सबको साथ लेकर चलने की शिक्षा समाज को दी। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि साकेतवासी स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने अपने जीवन का अधिकतर समय श्री रामजन्मभूमि आंदोलन व राम मन्दिर निर्माण में लगाया और अब भगवान राम मंदिर का निर्माण हो रहा है तो साकेत मे वास कर रहे स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज बेहद प्रसन्न होंगे। इस अवसर महंत लोकेशदास महाराज व अरुणदास महाराज ने श्रद्वांजलि सभा मे पधारे सभी सन्त महात्माओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया। महंत लोकेशदास महाराज ने कहा कि वे अपने गुरुदेव के पदचिन्हों पर चलकर ब्रह्मलीन महाराजश्री द्वारा स्थापित प्रकल्पो में बढ़ोतरी कर गुरुदेव का नाम ऊंचा करेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि महाराजश्री जीवित होते तो कुम्भ की भव्यता को चार चाँद लगाने मे कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। पूर्व नगरपालिका चेयरमेन स्वामी सतपाल ब्रह्मचारी, महंत ऋषिशेश्वरानन्द महाराज, ऋषिरामकृष्ण महाराज, महंत दामोदरदास महाराज, रघुमुनि महाराज, शिवानंद भारती, स्वामी केशवानंद, दिनेशदास, पार्षद अनिरुद्ध भाटी, विदित शर्मा आदि ने भी भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित की।