
आकाश ओहरी
हरिद्वार, 27 जुलाई। 22 जुलाई से शुरू हुआ कांवड़ मेला धीरे-धीरे अपने चरम की और बढ़ रहा है। धर्मनगरी में गंगा जल भरने आने वाले कांवड़ियों की तादाद लगातार बढ़ रही है। रोजाना लाखों की तादाद में शिवभक्त हरिद्वार पहुंच रहे हैं। साथ ही लाखों कांवड़िएं कांवड़ों में गंगाजल लेकर कांवड़ पटरी मार्ग से अपने गंतव्यों की और लौट रहे हैं। कांवड़ियों की भारी भीड़ के चलते धर्मनगरी पूरी तरह केसरिया रंग में रंग गयी है।
हर की पैड़ी सहित घाटों पर घाटों पर केसरिया रंग का कब्जा साफ तौर पर देखा जा सकता है। हरकी पैड़ी, भीमगोड़ा, खड़खड़ी और तमाम घाटों पर बम बोम का जयकारा लगाते हुए कांवड़िए ही नजर आ रहे हैं। शनिवार को पंचक समाप्त होने के बाद कांवड़ियों के आगमन और वापसी में और तेजी आएगी। इसी के साथ लंबी दूरी तय करने वाले डाक कांवड़ वाहनों का पहुंचना भी शुरू हो जाएगा। 2 अगस्त दोपहर में जलाभिषेक का मुर्हत होने के चलते अधिकांश पैदल कांवड़ यात्री इससे एक दिन पूर्व ही अपने गंतव्यों की और रवाना हो जाएंगे।
जबकि डाक कांवड़ का सिलसिला अंतिम दिन तक चलता रहेगा। कांवड़ियों की भारी भीड़ को संभालने और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए पुलिस, पीएसी और रैफिड एक्शन फोर्स का पूरा अमला सड़कों पर पसीना बहा रहा है। कांवड़ मेले का अंतिम दौर नजदीक आने के साथ ही पुलिस प्रशासन ने डायवर्जन प्लान भी लागू कर दिया है। निर्धारित प्लान के मुताबिक ही वाहन हाईवे पर चल सकेंगे।