तनवीर
हरिद्वार, 25 मई। आईसीएआई हरिद्वार ब्रांच द्वारा एक सेमिनार कंपनी ऑडिट में ऑडिट ट्रेल की रिपोर्टिंग, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस, टैली सॉफ्टवेयर के फीचर्स व उपयोगिता पर सेमिनार का आयोजन किया गया। हाईवे स्थित एक होटल में आयोजित सेमिनार में सीए राजीव गुप्ता मुख्य अतिथी रहे। आईसीएआई हरिद्वार ब्रांच के चेयरमैन सीए गिरीश मोहन ने बताया कि सदस्यों की ज्ञान की वृद्धि के लिए समय-समय पर सेमिनार का आयोजन किया जाता है। सेमिनार के प्रथम सत्र में टैली सॉफ्टवेयर कंपनी से आए अंकित खटुआ और बलवंत सिंह चौहान ने सीए मैम्बर्स को टैली सॉफ्टवेयर के द्वारा ऑडिट ट्रैल के बारे में जानकारी दी और बताया कि टैली के द्वारा किस तरह ऑडिट ट्रैल का रिकॉर्ड रख सकते है। सनरे सिस्टम एंड टेक्नोलॉजीस के आशीष कुमार झा ने टैली सॉफ्टवेयर के फीचर्स के बारे में जानकारी प्रदान की। टैली कंपनी के माध्यम से चार्टर्ड एकाउंटेंट को उपहार भी प्रदान किए गए।
द्वितीय सत्र में सीए पवन मित्तल ने ऑडिट ट्रेल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नियम के अनुसार जो कंपनी अपनी अकॉउन्टिंग के लिए अकॉउंटिंग सॉफ्टवेयर का उपयोग करती है। उन्हें सिर्फ ऐसे सॉफ्टवेयर का ही उपयोग करना होगा। जिसमे हर लेन देन के ऑडिट ट्रेल को रिकॉर्ड करने की सुविधा हो। वहीं खाते में लिए हुए प्रत्येक बदलाव का एडिट लॉग भी बन जाएगा। इसमें बदलाव की तारीख का भी रिकॉर्ड रखा जाएगा। जिससे यह भी सुनिशचित होगा कि ऑडिट ट्रेल हटाया न जा सके। सम्पूर्ण ऑडिट ट्रेल होने से ऑडिटर या निवेशकों जैसे व्यक्तियों को साबित होता है कि आपकी पुस्तकों में जानकारी मान्य है व इसका मुख्य उद्देश्य धोखाधड़ी का पता लगाना व उसे रोकने में मदद करना है।
तृतीय सत्र में सीए नागीश नागपाल ने बताया कि आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की मदद से जटिलताओं को दूर करना और नई सम्भावनाओ को तलाशना काफी आसान हो गया है। बड़े- बड़े वित्तीय संस्थाएं व बैंक अपने कामकाज को आसान बनाने के लिए एआई तकनीक का प्रयोग कर रहे है। संचालन सीए अर्पित वर्मा ने किया। सेमिनार के आयोजन में सीए प्रबोध जैन का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत में पूर्व उपाध्यक्ष सीए हरी रतूड़ी व सीए सुमित शर्मा द्वारा सबका धन्यवाद किया गया। सेमिनार में टैली के हिमांशु अग्रवाल सहित हरिद्वार, ऋषिकेश, रूड़की, कोटद्वार के सीए व स्टूडेंट्स मौजूद रहे।