किसानों को मिले उद्योगपतियों के समान सहूलियत-डीपी यादव
हरिद्वार, 11 जून। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि आज तक किसी भी सरकार ने किसानों का भला नहीं किया। केवल भोले भाले किसानों को ठगा है। अब किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अलकनंदा मैदान पर आयोजित भारतीय किसान यूनियन अंबावता के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन एवं चिंतन शिविर के दूसरे दिन किसान पंचायत को संबोधित करते हुए चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि फसलों का उचित दाम नहीं मिलने से कर्ज के जाल में फंसे किसानों की दशा सुधारने के लिए केंद्र और राज्यों में किसान हितैषी सरकारों का होना जरूरी है।
इसके लिए भाकियू अंबावता ने अभियान शुरू कर दिया है। प्रत्येक पदाधिकारी को संगठन से पांच सौ किसान जोड़ने का लक्ष्य दिया गया है। आगामी चुनावों के बाद यूपी सहित तमाम राज्यों और केंद्र में किसानों का हित सोचने वाली सरकार का गठन होगा।
अंबावता ने कहा कि भाजपा किसानों की सबसे बड़ी दुश्मन है। दिल्ली में किसान आंदोलन के दौरान मोदी सरकार ने एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी देने का कानून बनाने का वादा किया था। जिसे आज तक पूरा नहीं किया गया। फसलों का उचित दाम नहीं मिलने से किसान कर्ज के जाल में फंस रहे हैं। सरकार किसानों की अनदेखी नहीं कर सकती है।
किसानों की समस्याएं दूर करना सरकार की जिम्मेदारी है। स्मार्ट मीटर लगाकर देश को लूटने का काम किया जा रहा है। किसानों को बिजली तो मिलती नहीं, लेकिन भारी भरकम बिल थमा दिए जाते हैं। बड़े पूंजीपतियों के कर्ज माफ कर दिए जाते हैं। लेकिन किसान को कर्ज माफी नहीं मिलती। किसान खेती के लिए कर्ज लेता है। खेती बर्बाद होने पर उसे मुआवजे के लिए भी दर-दर भटकना पड़ता है। उन्होंने केंद्र सरकार से किसान मजदूर की दशा सुधारने के लिए देश में शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था को निःशुल्क करने, किसानों का पूरा कर्ज माफ करने और वृद्धावस्था पेंशन पांच हजार रूपए मासिक करने की मांग भी की।
राष्ट्रीय परिवर्तन दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद डीपी यादव ने भी किसानों को संबोधित किया। डीपी यादव ने कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं। सरकारों द्वारा किसानों के अधिकारों का हनन बंद हो। किसानों को उद्योगपतियों के समान सहूलियत मिले। सरकार ने एमएसपी में जो बढ़ोतरी की है वह नाकाफी है। खेती को लाभकारी बनाया जाए। किसान के बेटों को रोजगार मिले। डीपी यादव ने कहा कि चौधरी ऋषिपाल अम्बावता और उन्होंने गंगा तट पर किसानों के संघर्ष को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। एकजुट होकर पूरी ताकत से किसानों के हित में संघर्ष किया जाएगा।
राष्ट्रीय महासचिव रामपाल सिंह अंबावता एवं प्रवीन अंबावता ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन एवं चिंतन शिविर में आंध प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, यूपी, उत्तराखण्ड सहित तमाम राज्यों के हजारों किसान भाग ले रहे हैं।
उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी सचिन चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह, युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र प्रधान, दिल्ली प्रदेश अध्क्ष अनिल चौधरी, हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष दिलबाग हुड्डा, हरियाण प्रभारी चुहड़ सिंह रावत, रमन पंवार, नसीर खान, परशुराम प्रधान, तौफीक आदि पदाधिकारियों ने भी किसानों को संबोधित किया। इसके पूर्व चौधरी ऋषिपाल अंबावता के अधिवेशन स्थल पर पहुंचने पर संगठन पदाधिकारियों और देश भर से आए हजारों किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया।