अमरीश
हरिद्वार, 24 मई। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कराए जाने के विरोध में महानगर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते अपने अपने निवास स्थान व सुभाष घाट स्थित कार्यालय पर धरना दिया। सुभाष घाट स्थित शहर कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए प्रदेश महासचिव डा.संजय पालीवाल ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर जनता की आवाज उठाने वालों के खिलाफ झूठे मुकद्मे दर्ज कराए जा रहे हैं। केंद्र सरकार के इशारे पर ही कर्नाटक में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ झूठा मुकद्मा दर्ज कराया गया है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि हिसाब मांग रही जनता की आवाज प्रधानमंत्री तक पहुंचाने पर सोनिया गांधी के खिलाफ झूठा मुकद्मा दर्ज कराया गया है। लेकिन कांग्रेस इससे डरने वाली नहीं है। कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता जनता की आवाज को उठाता रहेगा। पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी व पूर्व जिलाध्यक्ष विकास चैधरी ने कहा कि हरिद्वार में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ जिसने भी आवाज उठाई उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का कार्य किया जा रहा है। यह मुहिम पूरे देश में चलाई जा रही है। इसका कांग्रेस पार्टी प्रबल विरोध करेगी। पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप चैधरी, पूर्व विधायक रामयश सिंह, युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष रवि बहादुर व शहर अध्यक्ष नितिन तेश्वर ने कहा कि कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता सरकार के इन हथकंडो से निराश होने वाला नहीं है।
प्रदेश के अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस और मजबूत होगी तथा पूरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ हिसाब मांगने की मुहिम चलाई जाएगी। इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष रवि कश्यप, पार्षद कैलाश भट्ट, अनिल भास्कर, अशोक शर्मा, अमन गर्ग, अजनीश सिखौला, गार्गी राय,नीलम शर्मा, संगम शर्मा, राजीव शर्मा, आशीष शर्मा, जगदीप असवाल, रचित अग्रवाल, नितिन यादव, ओम प्रकाश शर्मा, भगत सिंह, आशु आदि उपस्थित रहे। इसके अलावा ज्वालापुर ब्लॉक में यशवंत सैनी द्वारा पांडे वाले में, कनखल अध्यक्ष शुभम अग्रवाल द्वारा पहाड़ी बाजार में, शिवालिक नगर अध्यक्ष गुलबीर सिंह व अशोक उपाध्याय द्वारा शिवालिक नगर में, मध्य हरिद्वार अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह द्वारा अवधूत मंडल के बाहर, महिला जिला अध्यक्ष विमला पांडे व नगर अध्यक्ष सविता सिंह द्वारा माॅडल कालोनी में सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए धरना देकर विरोध किया गया।