तनवीर
हरिद्वार, 8 फरवरी। गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम के क्रिकेट मैदान पर एमपी.एड. पेंथर तथा बीपी.एड. रॉयल के बीच क्रिकेट मैच खेला गया। दुष्यन्त सिंह राणा के संयोजन तथा अश्वनी कुमार के सह संयोजन मे खेले गए मैच का शुभारम्भ करते हुये एसोसिएट प्रोफेसर डा.शिवकुमार चौहान ने कहा कि धैर्य तथा कुशलता खेल की जरूरत है। इससे खिलाडी जीवन मे उपलब्धि तथा ऊंचाई प्राप्त करने की प्राथमिकता तय होती है। धैर्य जहां असफलताओं को सहन करने और प्रशंसा एवं सराहना करने की क्षमता को बढाता है।
वहीं कुशलता खिलाडी मे चिन्ता तथा भय की स्थिति को घटाकर खिलाडी के आत्मबल को बढाती है। मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एमपी.एड. पेंथर ने निर्धारित 10 ओवर मे 6 विकेट पर 112 रन का लक्ष्य निर्धारित किया। जिसमें सुरेश 58 तथा आशुतोष ने 35 रन का योगदान दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बीपी.एड.रॉयल की टीम 106 रन पर ऑल आउट हो गई। एमपी.एड. पेंथर ने 6 रन से जीत दर्ज की। बीपी.एड.रॉयल की और से शशांक ने 52 तथा रितिक ने 40 रन बनाए।
विभाग के डा.कपिल मिश्रा तथा संयोजक दुष्यन्त राणा ने खिलाडियों को संबोधित करते हुये कहा कि हार-जीत से विचलित होने वाला श्रेष्ठ खिलाडी बनने की राह मे सफल नही हो सकता है। हार इस बात को सिद्व करती है कि परिश्रम मे कमी रह गई। विजेता तथा उपविजेता टीम के खिलाडियों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर डा.अनुज कुमार, डा.प्रणवीर सिंह, सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, दिवाकर, रविन्द्र कुमार, राजेन्द्र सिंह, कुलदीप, सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे। मैदान पर उपस्थित विभिन्न संकाय के छात्रों ने खिलाडियों का उत्साहवर्धन किया। अम्पायर की भूमिका दिवाकर तथा रविन्द्र कुमार ने तथा स्कोरर का दायित्व रक्षित चौहान ने निभाया।