राजकुमार पाल
हरिद्वार:-मकर सक्रांति स्नान और 26 जनवरी को देखते हुए प्रशासन और पुलिस के द्वारा अपनी तमाम तैयारियां की जा रही है। कोरोना के बाद पहले मकर संक्रांति स्नान पर अनुमान लगाया जा रहा है कि 10 लाख के करीब श्रद्धालु गंगा स्नान करने हरिद्वार पहुंचेंगे इसको देखते हुए पुरे मेला क्षेत्र को 7 जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया गया है। संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे की मदद ली जाएगी। ऋषिकुल ऑडिटोरियम में पुलिस के अधिकारियों की ब्रीफिंग की गई। जिलाधिकारी और एसएसपी द्वारा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे का कहना है कि कोरोना के कारण दो वर्ष बाद मकर सक्रांति का स्नान पर्व आयोजित किया जा रहा है क्योंकि कोरोना के कारण इसे प्रतिबंध किया गया था। अनुमान लगाया जा रहा है। मकर सक्रांति स्नान पर 8 से 10 लाख के करीब श्रद्धालु गंगा स्नान करने हरिद्वार पहुंचेंगे।इसको देखते हुए एक सप्ताह से तैयारियां की जा रही थी। पर्याप्त पुलिस बल हमें प्राप्त हो चुका है मेला क्षेत्र को 7 जोन और 17 सेक्टर में विभाजित किया गया है हमारी प्राथमिकता है। यात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े जिलाधिकारी ने यात्रियों से भी अपील करी है कि भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा जो इंतजाम किए जाएंगे उसका सहयोग किया जाए।
एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि मकर सक्रांति का स्थान काफी महत्वपूर्ण है इसलिए काफी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार गंगा स्नान करने आते हैं इसको देखते हुए हमारे द्वारा एक हजार से ज्यादा पुलिस बल तैनात किया गया है। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर भी हमारे द्वारा अलग से इंतजाम किए गए हैं। जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े मकर सक्रांति स्नान और 26 जनवरी को देखते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत मॉकड्रिल भी की गई थी। ब्रीफिंग में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए कि ड्यूटी के दौरान आसपास रखे बैग और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखें हमें उम्मीद है मकर सक्रांति स्नान सकुशल संपन्न होगा।


