तनवीर
हरिद्वार, 19 जून। विश्व किडनी कैंसर दिवस के अवसर पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, देहरादून ने लोगों को किडनी कैंसर के लक्षण, जोखिम और आधुनिक इलाज के बारे में जानकारी दी गयी। इस पहल का उद्देश्य समाज में किडनी कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना और समय पर निदान एवं उपचार के महत्व को उजागर करना था।
मैक्स हॉस्पिटल के डा.तारीक नसीम ने बताया कि किडनी कैंसर के लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं और कई बार शुरुआती चरण में स्पष्ट नहीं होते। सबसे आम संकेत पेशाब में खून आना हो सकता है, जो बिना किसी दर्द के दिखाई देता है। इसके अलावा कमर या पीठ के एक तरफ लगातार दर्द होना, पेट या कमर के पास गांठ या सूजन महसूस होना भी संभावित लक्षण हो सकते हैं। कई बार मरीज का वजन अपने आप ही कम होने लगता है। कमजोरी महसूस होती है, भूख में कमी आती है या बुखार रहता है।
ऐसे लक्षणों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। डा.तारिक ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी जैसे अत्याधुनिक विकल्पों के कारण आज यह बीमारी पहले की तुलना में कहीं अधिक प्रभावी ढंग से और कम जोखिम में ठीक की जा सकती है। उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले तक किडनी कैंसर के मामलों में अक्सर पूरी किडनी को हटाने (नेफ्रेक्टॉमी) की आवश्यकता होती थी। लेकिन अब तकनीक के विकास के साथ रोबोटिक सर्जरी जैसी आधुनिक विधियों से ट्यूमर को हटाकर किडनी को बचाया जा सकता है।
यह प्रक्रिया न केवल कम जटिल है, बल्कि मरीज की रिकवरी भी तेज होती है और जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनी रहती है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि नियमित स्वास्थ्य जांच करवाए। विशेष रूप से यदि वे हाई ब्लड प्रेशर, धूम्रपान, मोटापा या फैमिली हिस्ट्री जैसे जोखिम कारकों से जुड़े हों। सही समय पर जागरूकता, तकनीकी सहायता और चिकित्सा मार्गदर्शन मिल जाए तो किडनी कैंसर जैसे रोग को हराया जा सकता है।


