खाद्यान्न में मिलावट का पता लगाने हेतु पतंजलि के नवीन अनुसंधान को माइक्रोकेमिकल जर्नल ने किया प्रकाशित

Haridwar News
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तनवीर


हरिद्वार, 2 अगस्त। वर्तमान में देश में खाद्यान्न की मिलावट एक भयंकर चुनौती है और उसके भयानक परिणाम के रूप में अनेक बीमारियां सबके सामने हैं। देश के खाद्यान्न में कीटनाशकों और रसायनों का पता लगाने के लिए पतंजलि के अनुसंधान को प्रसिद्ध रिसर्च जर्नल माइक्रोकेमिकल जर्नल ने प्रकाशित किया है।
आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने हेतु नियमित मात्रा में प्रोटीन, वसा, कार्बाेहाइड्रेट, विटामिन तथा खनिज लवण आदि की आवश्यक होती है, जो हम खाद्यान्नों से ही प्राप्त करते हैं।

छोटे-छोटे आर्थिक लाभ के कारण लोग बिना दुष्परिणाम सोचे खाद्य पदार्थों में मिलावट कर रहे हैं। जिस कारण खाद्य पदार्थ दूषित हो गए हैं। दालें, अनाज, दूध, मसाले, घी से लेकर सब्जी व फल तक सभी में मिलावट की जा रही है।

उन्होंने बताया कि खाद्यान्न में मिलावट के खेल को समाप्त करने के लिए पतंजलि ने मिलावट रहित स्वदेशी खाद्य उत्पाद तो तैयार किए ही हैं साथ ही पतंजलि का यह नवीन अनुसंधान मिलावटी खाद्यान्न से मुक्ति दिलाएगा। इस अनुसंधान के माध्यम से अब लोग स्वयं खाद्य की गुणवत्ता का विश्लेषण कर खाद्य सुरक्षा करने में सक्षम हो सकेंगे।

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