राकेश वालिया
हरिद्वार, 5 जून। जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामण्डलेश्वर स्वामी अर्जुनपुरी महाराज ने कहा है कि पर्यावरण संतुलन में पेड़ पौधों की अहम भूमिका है। पर्यावरण संरक्षण से ही जीवन संभव है। सप्तसरोवर स्थित श्री तुलसी मानस मंदिर में तुलसी के पौधों का रोपण किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि तुलसी का पौधा अनन्त औषधीय गुणों से परिपूर्ण है। जिसे सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति में भी पूजा जाता है। देवता भी बिना तुलसी के पत्ते के भोजन नहीं करते थे। कोरोना जैसी बीमारी से लड़ने के लिए इम्युनिटी पावर बढ़ाने के लिए तुलसी के पत्तों का सेवन परामर्श बड़े बड़े वैज्ञानिकों व डाक्टरों द्वारा दिया जा रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि प्रत्येक श्रद्धालु भक्त अपने घरों में तुलसी का पौधा अवश्य लगाए। नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने में तुलसी का पौधा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
विलक्षण गुणों से परिपूर्ण पौधो पर ही मानव जीवन निर्भर है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में पेड़ अवश्य लगाने चाहिए। भारत साधु समाज के जम्मू एवं पंजाब प्रांत के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी महादेव महाराज ने कहा कि धर्मनगरी को हरा भरा बनाए रखने के लिए सहभागिता से ही पौधारोपण जैसे अभियान सफल हो सकते हैं। सामाजिक संस्थाएं व्यापारी मिलजुल कर पौधारोपण अभियान में बढ़चढ़ कर अपनी हिस्सेदारी को निभाएं। उन्होंने कहा कि पेड़ को सुरक्षित रखने के लिए सभी को अपना दायित्व निभाए जाने की आवश्यकता है। पेड़ हमारे मित्र हैं। पर्यावरण संरक्षण संवर्द्धन में पौधों की भूमिका निर्णायक है। उन्होंने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए पौधारोपण किया जाना नितांत आवश्यक है। स्वामी ऋषिश्वरानन्द महाराज व स्वामी कामेश्वर पुरी महाराज ने कहा कि विश्व के संपूर्ण परिवेश में बिना प्रकृति के मानव जीवन संभव नहीं है।
प्राकृतिक आपदाओं से मानव जीवन को बचाने में भी पेड़ पौधे अहम भूमिका निभाते हैं। साथ ही प्राणवायु आक्सीजन व्यक्ति को प्रदान करते हैं। धर्मनगरी में बाहर से आने वाले यात्रियों को संत महापुरूष पौधारोपण के लिए हमेशा ही प्रेरित करते चले आ रहे हैं। शुद्ध वातावरण होगा तो समाज को बीमारियों से भी निजात मिल सकेगी। इस दौरान स्वामी महादेव महाराज को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर म.म.स्वामी रामेश्वरानन्द सरस्वती, स्वामी कपिल मुनि, महंत रूपेंद्र प्रकाश, स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत जसविन्दर सिंह महाराज, महंत अमनदीप सिंह, समाजसेवी अतुल शर्मा, अमित वालिया आदि ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।