तनवीर
हरिद्वार, 19 जुलाई। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन ने सरकार से कांवड़ यात्रा के लिए गाईड लाईन तय करने की मांग की है। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के अध्यक्ष चौधरी चरण सिंह ने कहा कि वर्तमान में शिवभक्तों ने कांवड़ का स्वरूप ही बदल दिया है। जिससे जगह-जगह अप्रिय घटनाएं घट रही हैं। कांवड़ यात्रा आस्था से जुड़ी हुई है। ऐसे में शिव भक्तों का व्यवहार सौम्य होना चाहिए तथा संविधान के दायरे में रहकर कांवड़ यात्रा पूरी करनी। प्राचीन काल में श्रवण कुमार ने अपने माता पिता को कांवड़ में बैठा कर शांत और सौम्य व्यवहार के साथ अनुशासित रहकर तीर्थ करायी थी। लेकिन वर्तमान में देखने में आ रहा है कि शिवभक्त तोड़फोड़ और पुलिस प्रशासन के साथ भी धक्का मुक्की कर रहे हैं।
जिससे सनातन धर्म, आस्था और श्रद्धा को भी ठेस पहुंच रही हैं। चौधरी चरण सिंह ने कहा कि शुद्ध मन से एक बूंद जल चढ़ाने से भी भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन शिव भक्त एक-एक क्विंटल जल लेकर जा रहे हैं। जिससे उन्हें शारीरिक नुकसान भी हो सकता है। बड़ी-बड़ी कांवड की झांकियों से जनता को सड़कों पर आने जाने में परेशानी होती है। सबसे ज्यादा विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुक़सान होता है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस संदर्भ में विचार करना चाहिए। यूपी सरकार के कांवड़ की ऊंचाई निर्धारित करने तथा डीजे पर प्रतिबंध लगाने से ध्वनि प्रदुषण पर रोक लगी है। जिससे बीमार व्यक्तियों और जनता को बहुत राहत मिली है। उत्तराखंड सरकार को भी भविष्य में कांवड यात्रा के लिए गाईड लाईन निर्धारित करने के साथ अधिक मात्रा में गंगा जल ले जाने तथा झांकियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना चाहिए।