ब्यूरो
हरिद्वार, 21 जून। श्री राधा रसिक बिहारी मंदिर रामनगर ज्वालापुर में आयोजित शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन आचार्य आशीष शुक्ल महाराज ने बताया शिव आदि और अनंत हैं। शिव महिमा का पार कोई मनुष्य तो क्या देवता भी नहीं पा सकते हैं। आशीष शुक्ल महाराज ने बताया कि जब ब्रह्मा एवं विष्णु दोनों स्वयं को श्रेष्ठ एवं बड़ा मानने लगे तो ज्योति स्वरूप शिव लिंग प्रकट हुआ। आकाशवाणी हुई कि जो अंतिम छोर तक पहले पहुंचकर वापस आएगा। वही बड़ा माना जाएगा। ब्रह्मा ऊपर एवं विष्णु नीचे की ओर चल पड़े। विष्णु अंत तक नहीं पहुंच पाए और थक कर वापस आ गए।
ब्रह्मा भी अंत तक नहीं पहुंच पाए और मार्ग से केतकी का पुष्प एवं गौमाता को लेकर वापस आए और कहने लगे कि मै अंत छोर से होकर आया हूं। केतकी एवं गौमाता ने झूठी गवाही दी कि ब्रम्हा अंत छोर तक होकर आए हैं। तब भगवान शिव प्रकट हुए और ब्रह्मा को श्राप दिया कि आज के बाद ब्रह्मा की पुष्कर के सिवा कहीं पूजा नहीं होगी। भगवान शिव ने कहा कि जो भी देव या मनुष्य मुझसे झूठ बोलता है। उसे मैं बिल्कुल माफ नहीं करता हूं और गौमाता व केतकी पुष्प को श्राप दे दिया कि गौमाता का मुख हमेशा अशुद्ध रहेगा।
जिस पात्र में गौमाता भोजन करेगी। वह भी अशुद्ध हो जाएगा। उसको अग्नि से तपाना पड़ेगा तब जाकर पात्र शुद्ध होगा और जो भक्त केतकी पुष्प मुझ पर चढ़ाएगा। वह हमेशा के लिए दरिद्र हो जाएगा। शिव ने विष्णु को कहा कि आपने सत्य बोला इसलिए तीनों लोकों मेंघर-घर में आपकी पूजा की जाएगी। जो आपका पूजन करेगा उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होगी। तब से तीनों देवों में भगवान विष्णु को श्रेष्ठ माना गया। इस अवसर पर मुख्य यजमान नगर विधायक मदन कौशिक, जन अधिकार पार्टी जनशक्ति की राष्ट्रीय सचिव हेमा भंडारी, शालू आहूजा, वीना धवन, संगीता मेंहदीरत्ता, सुनीता माथुर, मधु श्रीवास्तव, अलका मिश्रा, कमलेश भटनागर, रीना जोशी, रिंकी भट्ट, संध्या भट्ट, शिमला उपाध्याय, मीनू चौधरी आदि ने पूजन किया।