तनवीर
हरिद्वार 15 दिसंबर । धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए समर्पित साध्वी डॉ विश्वेश्वरी देवी के जन्म उत्सव के उपलक्ष में उत्तराखंड ब्राहमण महासभा के तत्वावधान में आयोजित 11 दिवसीय लक्ष्मी नारायण यज्ञ तथा तीन दिवसीय श्री राम कथा की पूर्णाहुति के अवसर पर साध्वी डा विश्वेश्वरी देवी को” विप्र शिरोमणि” की उपाधि से सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह में आशीर्वचन देते हुए साध्वी डॉ विश्वेश्वरी देवी ने कहा कि व्राह्मण समाज संपूर्ण जनमानस को संस्कार एवं संस्कृति का संदेश देता है तथा देवभूमि हिमालय में उत्तराखंड व्राह्मण महासभा का स्थान सर्वोपरि है। पंडित पदम प्रकाश शर्मा एवं उनकी सम्पूर्ण टीम द्वारा किये गए बेहतर कार्यक्रम आयोजन के लिए साधुवाद देते हुए हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन श्रृंखलाबद्ध ढंग से अनवरत जारी रहना चाहिए। कार्यक्रम में सहभागिता के लिए उन्होंने ‘वीइंग भगीरथ ‘ तथा देश भर से आए धर्म प्रेमियों को भी साधुवाद दिया। उत्तराखंड ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित पदम प्रकाश शर्मा ने जन्म उत्सव में पधारे सभी भक्तों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पूज्य माता जी ने कोरोना जैसी महामारी को रोकने के लिए श्री लक्ष्मी नारायण यज्ञ का आयोजन कर सभी देशवासियों के उत्तम स्वास्थ्य के जो प्रयास किये है वे न केवल सराहनीय बल्कि सम्पूर्ण धर्म क्षेत्र के लिए अनुकरणीय हैं और गंगा तट पर संपन्न हुए इस अनुष्ठान का लाभ संपूर्ण देश वासियों को मिलेगा। आचार्य पदम प्रकाश सुवेदी ने आयोजक मंडल को साधुवाद देते हुए कहा कि यह अनुष्ठान निश्चित ही धर्म एवं संस्कृति के संरक्षण में नया आयाम स्थापित करेगा। कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री मदन कौशिक का सम्मान भी प्रस्तावित था लेकिन अपने कार्यक्रमों की व्यस्तता के कारण वे उपस्थित नहीं हो सके ,इस अवसर पर महंत पंडित अमनदीप, संजय अग्रवाल, नीरज शर्मा, शिखर पालीवाल, राधेश्याम ,मंगत राम जलोत्रा, मुकेश सिंघल, दिनेश वशिष्ठ, प्रवीण गुप्ता, दिनेश शर्मा, पंडित नरेश शर्मा, श्रीमती डॉ संध्या शर्मा, सौरभ शर्मा, एवं महावीर प्रसाद इत्यादि उपस्थित थे ,अंत में भोजन प्रसाद भंडारे का आयोजन किया गया।