तनवीर
हरिद्वार, 8 अगस्त। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा नव चयनित पैरा विधिक कार्यकर्ताओं के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला न्यायाधीश प्रशांत जोशी ने किया। उन्होंने कहा कि नए विधिक कार्यकर्ताओ पर कई सारी जिम्मेदारी का बोझ है। साथ ही यह इनका कर्तव्य भी है, कि वह निर्धन, शोषित, वंचित और समाज के पिछड़े वर्ग को न्याय दिलाने के लिए अभियान स्वरूप अपना कार्य करें।
उन्होंने सभी नए वॉलिंटियर्स को शुभकामनाएं दी और कहा कि आशा है कि सभी जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए तत्पर रहेंगे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने कहा कि पेरा लीगल वालिंटियर्स की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह निस्वार्थ भाव से आमजन को कानूनी सलाह और सहायता प्रदान करें। जिसकी वर्तमान समय में सख्त आवश्यकता है। क्योंकि देश का संविधान समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए समान न्याय का प्रावधान रखता है।
प्रशिक्षण के दौरान सभी वॉलिंटियर्स को माह के एक्शन प्लान के बारे में जानकारी दी गयी और क्षेत्र में प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए। साथ ही 21 अगस्त को मनाए जाने वाले विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के बारे में भी जागरूक करने के लिए कहा गया।
इस दौरान के चीफ लीगल डिफेंस काउंसिल सुधीर त्यागी तथा असिस्टेंट डिफेंस काउंसलिंग रजिया अख्तर ने नए कानून की भी विस्तार से जानकारी दी और बताया कि नए और पुराने कानूनों में कौन से परिवर्तन किए गए हैं। रिटेनर एडवोकेट रमन सैनी ने विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों और प्रावधानों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान भावना धरामी, अरुण कश्यप, दिशा शर्मा, कोमल, बालेंद्र, नजाकत, अनिल कुमार आदि सहित दर्जनों पैेरा लीगल वॉलंटियर्स उपस्थित रहे।


